1. मेरी ज़िंदगी में आनेवाले तुम पहले शख़्स हो...
अक्सर प्यार करनेवाले इस रोमांटिक झूठ का सहारा गाहे-बगाहे लेते रहते हैं. ऐसा करके वे अपने प्यार को इस बात का विश्वास (Romantic lies) दिलाना चाहते हैं कि वे उन्हीं के हैं. उनके प्यार के सिवा उनकी ज़िंदगी में कोई नहीं है. उन्हीं की वजह से उनकी ज़िंदगी ख़ुशगवार है.2. तुम बहुत हॉट हो...
प्रेमी हो या प्रेमिका दोनों ही अपने रिश्ते को मज़बूती देने के लिए इस ख़ूबसूरत झूठ का बख़ूबी सहारा लेते हैं. वे जानते हैं कि ऐसा कहने से पार्टनर प्राउड फील करते हैं.3. तुमसे अधिक सेक्सी कोई नहीं...
सुनने में कुछ अटपटा ज़रूर लगता है, पर अक्सर प्रेमी जोड़े एक-दूसरे पर इस तरह के जुमले जड़ते रहते हैं. यह भी एक बड़ा और अच्छा-ख़ासा झूठ (Romantic lies) है, जो महिलाएं और पुरुष दोनों ही एक-दूसरे को कहते रहते हैं. जबकि हक़ीक़त में यह कोई ज़रूरी नहीं कि आपका पार्टनर आपके साथ रोमांटिक रिलेशन बनाते समय एंजॉय करता हो.4. सेक्स हमें बेहद क़रीब लाता है और हम एक-दूसरे से दिल से जुड़ते हैं...
ऐसा बिल्कुल भी नहीं है. दिलों को क़रीब लाने का सेक्स ही ज़रिया नहीं है. आपसी प्यार, अपनापन और केयरिंग-शेयरिंग भी दिलों को जोड़ती है. साथ ही यहां पर भावनात्मक रूप से जुड़ाव अधिक मायने रखता है. क़रीब आने के लिए सेक्सुअल रिलेशन होना कतई ज़रूरी नहीं है, वरना सेक्स वर्कर के साथ भी सेक्सुअल रिलेशन होता है, पर क्या नज़दीकियां बनती हैं?5. शादी से पहले एक-दूसरे को समझने के लिए रिलेशन बनाना ज़रूरी होता है...
पार्टनर अपना मतलब निकालने की ख़ातिर इस तरह की बातें करते रहते हैं, जबकि हक़ीक़त से इसका कोई लेना-देना नहीं है. शादी से पहले किया गया रोमांस, प्यार, रिलेशन, उस व़क्त भले ही संतुष्टि व ख़ुशी दे, लेकिन इससे अपने साथी को समझने में अधिक मदद मिलती है, कहना ग़लत है. सच्चाई तो यह है कि सेक्सुअल रिलेशन का अनुभव शादी के बाद ही सुखद अनुभूति व ख़ुशी देता है न कि पहले.6. सेक्स आपके वैवाहिक जीवन को सुखद एहसास और मज़बूती देता है...
यह सही नहीं है. सच यह है कि जीवनभर सच्चाई और ईमानदारी से की गई प्रतिबद्धता ही किसी रिश्ते को मज़बूत कर सकती है. वैसे भी मनोवैज्ञानिकों के अनुसार, संबंधों का सही मायने में सुखद एहसास सामान्यतौर पर शादी के दस से बीस साल के बाद होता है. शादी से पहले बनाए गए संबंध भविष्य में भावनात्मक रूप से आहत भी कर सकते हैं, क्योंकि ये अक्सर अविश्वास, शक, तुलना आदि को आधार देते हैं. साथ ही कई तरह के उलझनों से भरे सवाल भी जन्म लेने लगते हैं, जैसे- क्या मैं अब भी उतना ही आकर्षक हूं, जितना कि पहले पार्टनर के साथ था? यदि वो हमारी शादी से पहले किसी और के साथ थी, तो क्या अब केवल मेरी बनकर रह सकती है? यदि कोई मुझसे बेहतर आ गया, तो क्या मुझे छोड़ दिया जाएगा?रोमांटिक झूठ के कई कारण हो सकते हैं...
- पार्टनर को ख़ुश करना. - झूठ बोलकर पार्टनर और अपने बीच आए तनाव को दूर करना. - सच बोलने के बाद होनेवाले तनावपूर्ण प्रतिक्रियाओं से बचना, क्योंकि उसे झेलने की सहनशीलता हर किसी में नहीं होती.लेकिन सच बोलने के फ़ायदे...
- सच बोलने पर या पता चलने पर पार्टनर आपकी कमियों को स्वीकार करेंगे, साथ ही उन्हें दूर करने में आपकी मदद भी करेंगे. - यदि ऐसा न हो, तो मान लें कि वे आपके सच्चे साथी नहीं हैं. - एक बार जीवनसाथी नाराज़ होगा, पर धीरे-धीरे रिश्ते में विश्वास की एक मज़बूत डोर भी ज़रूर बना पाएंगे. वर्जीनिया यूनिवर्सिटी के सायकोलॉजिस्ट द्वारा किए गए एक रिसर्च के अनुसार, जहां महिलाओं के झूठ (Romantic lies) बोलने का उद्देश्य दूसरों को ख़ुश करना होता है, वहीं पुरुषों के झूठ में उनका मेल ईगो अहम् होता है. वैसे पुरुष आमतौर पर शेखी बघारने के लिए व अपना बौद्धिक दबदबा बनाने के लिए भी झूठ बोलते हैं, जैसे- वे ये कभी नहीं कहेंगे कि बॉस ने उन्हें डांटा, चाहे वे डांट खाकर आ रहे हों, पर बाहर यही कहेंगे, मैंने अच्छे से सुना दिया.- ऊषा गुप्ता
https://www.merisaheli.com/10-ways-to-get-rid-of-bad-habits/
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