कंगना रनौत और महाराष्ट्र सरकार ख़ासतौर से शिवसेना अब पूरी तरह आमने-सामने हैं. शिवसेना अब बदले की राजनीति पर उतर आई हैं और कंगना के ख़िलाफ़ आनन फ़ानन में दो अलग अलग थानों में केस दर्ज हो चुका है.
दरअसल कंगना के बयानों से बौखलाई शिवसेना ने बुधवार को कंगना के मुंबई पहुँचने से पहले ही उनका दफ़्तर BMC ने तोड़ना शुरू कर दिया था वो भी ग़ैरक़ानूनी तरीक़े से.
कंगना सुशांत मामले में लगातार फ़िल्म माफ़िया और महाराष्ट्र सरकार पर निशाना बनाए हुए हैं और इसी की उनको सज़ा मिल रही है. मुंबई हाई कोर्ट ने तोड़फोड़ पर रोक लगाने को कहा था लेकिन बावजूद इसके कोर्ट के निर्णय का इंतज़ार किए बिना ही BMC ने अपना हथौड़ा कंगना के 48 करोड़ के घर और दफ़्तर पर चला दिया.
इसी के चलते कंगना ने उद्धव को कहा था कि आज मेरा घर टूटा है, कल तेरा घमंड टूटेगा. कंगना ने आगे कहा कि तुझे क्या लगता है कि तू फ़िल्म माफ़िया के साथ मिलकर मेरा घर तोड़कर मुझसे बदला लेगा. ये वक़्त वक़्त की बात है और काल चक्र घूमेगा. तेरा घमंड टूटेगा.
कंगना ने कहा कि आज मैन महसूस कर रही हूँ कि कश्मीरी पंडितों को कैसा महसूस हुआ होगा और मैं कश्मीर पर भी फ़िल्म बनाऊँगी.
कंगना ने एक वीडियो के ज़रिए यह संदेश दिया था लेकिन शिवसेना को यह नागवार गुज़रा और अब वो कंगना के ख़िलाफ़ क़ानूनी दाव पेंच आज़माने पर उतर आई है. उद्धव ठाकरे के लिए असभ्य भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगते हुए कंगना पर दो अलग अलग थनों में fir दर्ज की गई है. एक विक्रोली में और दूसरा मामला दिंडोशी में दर्ज किया गया. लोग यह पूछ रहे हैं कि कंगना के ख़िलाफ़ केस दर्ज करने में बड़ी तत्परता दिखाई लेकिन कंगना को जब अपशब्द कहे गए तब क्यों नहीं कुछ किया. इससे यही लगता है कि यह बदले की करवाई है.