सुशांत सिंह राजपूत की मौत की मिस्ट्री सुलझाने में देश को तीन बड़ी एजेंसियां जुटी हुई हैं, लेकिन अब तक उनके मौत की मिस्ट्री सुलझ नहीं पाई है. रोज़ रोज़ बड़े बड़े और नए खुलासे ज़रूर हो रहे हैं. फिलहाल जहां NCB सुशांत की मौत में ड्रग एंगल की जांच कर रही है, वहीं मेडिकल टीम को शक है कि कहीं सुशांत को जहर तो नहीं दिया गया था. सच का पता लगाने के लिए एम्स की फॉरेंसिक टीम विसरा टेस्ट कर रही है. AIIMS के फोरेंसिक डिपार्टमेंट के हेड और सुशांत केस के लिए गठित मेडिकल बोर्ड के चेयरमैन डॉ. सुधीर गुप्ता ने बताया कि जांच रिपोर्ट दस दिन के अंदर आ जाएगी.
सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद 14 जून को दोपहर में उनकी बॉडी कूपर अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए लाई गई थी और रात तक आनन फानन में उनका पोस्टमार्टम कर दिया गया था. ऐसे में सवाल उठाए गए थे कि सुशांत की बॉडी का पोस्टमार्टम करने में इतनी जल्दबाजी क्यों दिखाई गई.
चूंकि सुशांत की मौत संदिग्ध थी, इसलिए पोस्टमार्टम के बाद उनका विसरा जांच के लिए सुरक्षित रख लिया गया था. एम्स की फोरेंसिक टीम एक बार फिर सुरक्षित रखे गए विसरा की जांच कर रही है और मेडिकल टीम का कहना है कि विसरा जांच केस को सुलझाने में मदद कर सकती है.
5 सदस्यों वाली फोरेंसिक टीम कर रही है जां
चबता दें कि एम्स की 5 सदस्यों वाली फोरेंसिक टीम सुशांत सिंह की मेडिकल फ़ाइल की भी जांच कर रही है. सीबीआई के अनुरोध के बाद पिछले हफ्ते इस बोर्ड का गठन हुआ था. टीम विसरा टेस्ट भी करने जा रही है. मेडिकल टीम को शक है कि कहीं सुशांत को जहर तो नहीं दिया गया था. एम्स के फोरेंसिक डिपार्टमेंट के हेड और सुशांत केस के लिए गठित मेडिकल बोर्ड के चेयरमैन डॉ. सुधीर गुप्ता ने बताया कि जांच दस दिन के अंदर की जाएगी और रिपोर्ट भी आ जाएगी. इस मामले को लेकर मेडिकल बोर्ड की अगली मीटिंग 17 सितंबर को होगी. डॉ गुप्ता ने कहा कि इसके अलावा सुशांत सिंह को दी गई दवाओं की भी जांच की जा रही है. उन दवाइयों की जांच एम्स की प्रयोगशाला में की जाएगी.
सुशांत के गले पर निशान से शक गहराया
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सुशांत के गले पर गहरे जख्म का निशान की वजह से एम्स के डॉक्टरों को शक हो रहा है. सुशांत के गले पर मौजूद जख्म के निशान उसके गले के बीच में है और सीधी रेखा की तरह दिखाई देता है. जबकि सुसाइड के मामले में ये जख्म गर्दन के एकदम ऊपर होते हैं, और ये निशान तिरछे होते हैं और खरोंच की तरह दिखते हैं. इस बात को लेकर एम्स की टीम में शामिल डॉक्टर आत्महत्या वाली बात को हजम नहीं कर पा रहे हैं और इस मामले में कई बार सुशांत का पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों से पूछताछ कर चुके हैं.
फिर पोस्टमार्टम करनेवाले डॉक्टरों से पूछे ये सवाल
सुशांत मामले में एम्स के तीन डॉक्टरों की टीम ने सुशांत की बॉडी का पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टरों से फिर पूछताछ की है. इस पूछताछ में एम्स के डॉक्टरों ने सुशांत के गले में मौजूद जख्म के निशान को लेकर भी 5 डॉक्टरों से इन सवालों का जवाब मांगा है:
- सुशांत के गले पर मौजूद जख्म के निशान (Ligature mark) पर आपकी क्या राय है?
- आपने Ligature strangulation की आशंका को कैसे खारिज किया है? यानी आपने इस बात को कैसे खारिज किया कि सुशांत का गला नहीं घोंटा गया है?
- सुशांत के गले पर जख्म के निशान 'कुर्ता' से कैसे पैदा हो सकते हैं, जिसे कथित रूप से ligature material बताया जा रहा है?
- सुशांत की मौत को लेकर सोशल मीडिया से लेकर आम लोगों में धारणा बनी है, उसका जवाब आपके पास क्या है?
बता दें कि सुशांत सिंह मामले में एनसीबी ने भी शिकंजा कस लिया है और मुख्य आरोपी रिया चक्रवर्ती से एनसीबी की टीम लगातार पूछताछ कर रही है. इस मामले में एनसीबी ने कई गिरफ्तारियां भी की हैं.