हर मां अपने बच्चे के देखभाल को लेकर चिंतित रहती है, ख़ासकर नई मांएं. यहां पर कई मांओं ने इसे लेकर अपने अनुभव साझा किए. यदि आप अपने मातृत्व के सफ़र को एंजॉय करेंगी, तब सब कुछ आसान होता चला जाएगा.
मौज से जीवन बिताएं. हर पल का आनंद उठाएं. क्योंकि आपका शिशु बहुत जल्द बढ़ता हैं और इससे पहले कि आप जाने, वह उड़ने के लिए तैयार हो जाता हैं. न्यूली मदर के लिए हर स्नान, हर मालिश, हर डायपर बदलने का काम बहुत ही महत्वपूर्ण और आनंददायक है, इसलिए इसे मिस न करें.
यह नम्रता दीपक सावधानी, जो सिटी एडिटर हैं का कहना है. उनके लिए मातृत्व अनगिनत अमिट यादों से भरी सबसे मधुर यात्रा रही है. वे कहती हैं, "यह एक शानदार अनुभव है और यह बात सिर्फ़ मैं अपने लिए नहीं, बल्कि सभी मांओं के लिए बोल रही हूं. मेरे बच्चे के जन्म से लेकर अब तक, जैसे मेरे बच्चे बड़े हुए, विकसित होते गए, उनके साथ मैं भी एक व्यक्ति के रूप में विकसित होती चली गई…
मैं दो बच्चों की मां हूं. इतने वर्षों में एक मां होने के नाते मैंने यह सुनिश्चित करने की कोशिश की है कि मेरे बच्चों को छोटी-छोटी परेशानियों का भी सामना न करना पडें. कोरोनो वायरस महामारी के कारण जारी लॉकडाउन के दौरान भी मेरी सीखने की यात्रा जारी है. जीवन का यह नया चरण कुछ ऐसा है, जिसके लिए हम में से कोई भी तैयार नहीं था. हमें इसमें एडजस्ट करने में कुछ समय लगा. लेकिन मेरे बच्चों ने मौजूदा हालत में ख़ुद को अच्छी तरह से ढाल लिया है. हमारी सभी बाहरी गतिविधियों को इनडोर प्लेटाइम में बदलना पड़ा. यह पहले तो चुनौतीपूर्ण था, लेकिन हमने एक अटूट बंधन भी विकसित किया और हमारे घर के हर कोनों को पहले से बेहतर बना लिया.
मुझे अब भी उनके बचपन के दिन याद हैं. मैं सभी माताओं को प्रोत्साहित करना चाहती हूं, विशेषकर उन्हें, जो इस लॉकडाउन में पहली बार मां बनी हैं.
उन्हें अपने शिशु की देखभाल करने के लिए खुद में विश्वास बढ़ाना होगा.
नई-नई मां बनी स्त्रियों को यह जानने की ज़रूरत है कि शिशु के कोमल त्वचा को बहुत ही नाज़ुक देखभाल की ज़रूरत होती है. इसलिए, उनके बेबी स्किन केयर उत्पादों का सही विकल्प चुनना महत्वपूर्ण है. विशेष रूप से बदलते मौसम में सही निर्णय आपकी कई चिंताओं को कम कर सकता है.
एक व्यस्क की त्वचा की तुलना में एक बच्चे की त्वचा बेहद नाज़ुक और संवेदनशील होती है और तेजी से नमी खो देती है. इसलिए सूखापन से बचाने के लिए मॉइश्चराइजिंग बहुत महत्वपूर्ण है.
साथ ही अभी माॅनसून के मौसम में, बच्चे की त्वचा को हाइड्रेट रखना महत्वपूर्ण है. अपने शिशुओं के लिए मुझे सही मॉइश्चराइज़र खोजने में कुछ समय लगा. मैं हमेशा उनकी नाजुक त्वचा के लिए एक जेंटल लोशन का उपयोग करना चाहती थी. मेरे शोध ने मुझे जॉनसन के बेबी लोशन तक पहुंचाया और इसने उनकी त्वचा पर अद्भुत काम किया. यह बच्चे के लिए सबसे अच्छा है और धीरे-धीरे त्वचा को पूरे दिन नर्म-मुलायम रखता है और इसे शिशु के चेहरे और शरीर पर उपयोग करने के लिए इसे काफ़ी हल्के ढंग से इस्तेमाल किया जाता है. इसके अलावा, यह एक ऑल-सीजन मॉइश्चराइज़र है, जो प्राकृतिक त्वचा की नमी को बनाए रखने में मदद करता है.
बेबी के नाज़ुक बालों को भी विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है. इसके लिए अच्छी क्वालिटी का बेबी शैम्पू का इस्तेमाल करें. यह बच्चे के सिर की कोमल त्वचा और बालों को साफ़ करता है और यह सुनिश्चित करता है कि आंखों को कोई लालिमा और चुभन न हो. इसने न केवल उनके बाल मुलायम, चमकदार बनते है, बल्कि एक नई ख़ुशबू भी बनी रहती है. बच्चों के लिए उच्च श्रेणी वाली कंपनी के प्रोड्क्ट इस्तेमाल करने से आपकी मदर जर्नी आसान और मज़ेदार हो जाती है.
मॉमजंक्शन की कंटेंट हेड, चंद्रमा देशमुख के अनुसार, मां बनना एक पूर्णकालिक और सबसे अधिक संतुष्टिदायक नौकरी है. मुझे याद है, जब मेरा बेटा एक छोटा था, इस ख़ूबसूरत यात्रा के हर पल ने मुझे ज़िन्दगी की सीख दी. क्योंकि जिस समय आप अपने हाथों में ख़ुशी के उस छोटे खज़ाने को लेते हैं, उसी वक़्त एक मां के रूप में आपका पुनर्जन्म भी होता है.
उनकी मासूम हंसी अनमोल हैं, उनकी मौजूदगी गर्मजोशी से भरी है. आनंद की आपकी छोटी-सी पोटली कोमल होती है, जिसे एक कोमल स्पर्श की आवश्यकता होती है.
ये शब्द ही सभी मांओं के लिए मेरे दिल से निकले सन्देश हैं. नई-नई मां बनी वर्तमान लॉकडाउन स्थिति में भ्रम और चिंता की स्थिति में होंगी. उन्हें सबसे पहले तो मानसिक तौर पर तैयार होने और शांत रहने की ज़रूरत हैं, ताकि वे इस समय अपने बच्चों की देखभाल ठीक से कर सके. अभी तो हालत यह है कि छोटी समस्याओं के लिए अस्पताल जाना भी मुश्किल है. बदलते मौसम के लिए अपनी शिशु देखभाल दिनचर्या को बदलना मददगार हो सकता है.
चूंकि माॅनसून का मौसम है, इसलिए रोज़ाना बच्चे को नहलाना ज़रूरी नहीं है. आप उन्हें हर दूसरे दिन स्नान करा सकती हैं. बस, यह सुनिश्चित करें कि पानी गर्म है और आप अपने बच्चे के साथ बातचीत करते हुए उन्हें नहलाएं. इस दौरान शिशु से बातचीत करती रहें, क्योंकि यह आपके बच्चे को पूरी प्रक्रिया के साथ सहज महसूस करने में मदद कर सकता है. मैं अपने बच्चे के जन्म के दिन से ही बेबी सोप का इस्तेमाल कर रही हूं. यह अल्ट्रा-माइल्ड वॉश होता है, जो आपके बच्चे की त्वचा और संवेदनशील आंखों के लिए कोमल होता है. यदि बच्चा एक नवजात शिशु है, तो एक कॉटन बॉल (रूई) या वॉशक्लॉथ के साथ इस हल्के क्लीन्ज़र का उपयोग करके बच्चे को पोंछ सकती है, चेहरे पर, आंखों के कोने, कान के पीछे, गर्दन आदि को साफ़ कर सकती है. उसके बाद धीरे से गुनगुना पानी डालें. इन साधारण उपायों का पालन करके आप अपने बच्चे को बेहतर तरीके से क्लीन कर सकती हैं. बच्चे को नहलाना जल्द ही बच्चे के साथ जुड़ने और बंधने के लिए एक मज़ेदार काम में बदल जाएगा.
शिशुओं में मां के स्पर्श को लेकर तेज इमोशन होती है. यह न केवल उन्हें आराम देता है, बल्कि उन्हें आरामदायक और सुरक्षित महसूस कराता है. अपने बच्चे को एक प्यारभरे स्नान के बाद सोने के लिए न केवल उन्हें शांत करना होगा, बल्कि आपको आराम की भावना भी देगा.
याद रखें, शिशु-दिनचर्या मौज-मस्ती, हंसी-ठिठोली में बदल सकती है, अगर आप ख़ुद को इस समय का आनंद लेने दें. मानें या न मानें, आपका शिशु भी इसे समझता है. मेरी मातृत्व यात्रा के दौरान जॉनसन बेबी हमेशा एक कूल केयर की तरह मेरे साथ रहा. आज भी, जब मैं बेबी सोप देखती हूं, तो यह मुझे नॉस्टैल्जिया से भर देता है और मुझे याद दिलाता है कि मैं कितनी खुशहाली भरी यात्रा करके आई हूं.
आपके बच्चे के स्वास्थ्य के विकास और बच्चे के साथ अपने बंधन को मज़बूत करने के लिए मालिश एक और महत्वपूर्ण काम है. धीरे-धीरे बच्चे की मालिश करने से आपके बच्चे के विकास, संचार और सीखने की प्रक्रिया तेज़ होती है. उसका समग्र विकास सुनिश्चित होता है. मैंने अपनी मम्मी से एक टिप सीखी थी बच्चे की मालिश करते समय, उचित रूप से तैयार किए गए तेल की थोड़ी मात्रा का उपयोग करना आदर्श है. मालिश हमेशा ऊपर की ओर हाथ ले जाकर करना चाहिए. इस काम के लिए मेरी पसंद हमेशा जॉनसन बेबी ऑयल रहा है और मैं इसे सभी को अपने बच्चे के लिए इस्तेमाल करने की सलाह देती हूं. एक और टिप यह सुनिश्चित करने के लिए है कि मालिश करने वाले कमरे का तापमान गर्म हो ताकि आपका शिशु ठंड से बच सके. इसके अलावा, मालिश के लिए अधिक तेल का उपयोग नहीं करना चाहिए, ख़ासकर अगर आपके बच्चे की त्वचा में जलन हो या उसमें चकत्ते हों.
- ऊषा गुप्ता