किसी से काम करवाना और उसे समय पर पैसे नहीं देना, बहुत गलत और अनप्रोफेशनल बात है और ऐसा ही बिग बॉस 13 के कंटेस्टेंट पारस छाबड़ा कर रहे हैं. जी हां, पारस छाबड़ा ने उन दो डिज़ाइनर्स को पेमेंट नहीं दिया है, जिन्होंने बिग बॉस 13 के दौरान पूरे पांच महीने उन्हें कपड़े व जूते दिए थे. यह आरोप उन दो लड़कियों ने लगाया है, जिन्होंने पारस छाबड़ा के लिए तकरीबन 4-5 महीने कपड़े व जूतों की व्यवस्था की थी. इनमें से एक डिज़ाइनर का नाम ताशी है और दूसरी लड़की ने मीडिया के सामने अपने नाम का खुलासा नहीं किया. एक इंटरटेंमेंट साइट को दिए इंटरव्यू में युवा डिज़ाइनर ताशी ने कहा कि हमारे इंडस्ट्री में विश्वास पर काम होता है, हमने कभी नहीं सोचा था कि पारस छाबड़ा पैसे देने के लिए इस तरह परेशान करेंगे. ताशी ने कहा कि पारस और आकांक्षा के ब्रेकअप के बाद आकांक्षा मे हमें पेमेंट देना बंद कर दिया और उसके बाद हमें दिसंबर से लेकर आगे की महीनों के पैसे नहीं मिले.
दूसरी डिज़ाइनर ने कहा कि यह बेहद अनप्रोफेशनल है. हम जब भी उसे फोन करते हैं, वो कहते हैं कि मेरा जीएसटी इश्यू चल रहा है, इसलिए मुझे बिग बॉस की प्राइस मनी नहीं मिली. जैसे ही मुझे वो पैसे मिलेंगे, मैं पैसे दूंगा. ये दोनों लड़कियां जिन्होंने हाल में ही अपने करियर की शुरुआत की है, वे इस बात से भी नाराज़ हैं कि पारस ने उनके कपड़े भी खराब कर दिए है. उनके अनुसार, वो इतने खराब हो गए हैं कि हम उन्हें वापस भी नहीं कर सकते और हमें उसके पैसे भी भरने पड़ रहे हैं. सिर्फ ये ही नहीं, पारस ने उन्हें ये भी कहा कि उन्होंने जूते भी खो दिए हैं.
इतना ही नहीं, पारस ने अब यह भी कहना शुरू कर दिया है कि उन्होंने बिग बॉस के घर में जो कपड़े भेजे थे, वे अच्छे नहीं थे. ताशी के अनुसार, अगर उन्हें हमारे कपड़े पसंद नहीं थे, तो उन्होंने पहना क्यों. बिग बॉस के घर में हमारा उनसे कोई संपर्क नहीं था. उनका मैनेजर हमारे टच में था, लेकिन उसने कभी शिकायत नहीं की. उसने कभी नहीं कहा कि पारस को हमारे कपड़े पसंद नहीं हैं, इसका तो मतलब यही हुआ कि उसे कपड़ों से कोई शिकायत नहीं थी. सिर्फ इतना ही नहीं, पारस से मीटिंग के दौरान ताशी और दूसरी डिज़ाइनर लड़की ने पाया कि पारस ने वही जूते पहन रखे थे, जो उन्होंने पारस को बिग बॉस के घर में भेजा था.
ताशी और उसकी एसोसिएट अब पारस की मां से बात करने की कोशिश में जुटी हैं, क्योंकि पारस इन दिनों दूसरे शो में व्यस्त हैं. ताशी ने कहा कि हमें उम्मीद है कि यह सब जल्दी खत्म हो जाएगा. हम बहुत तनाव में हैं. हमारे एग्ज़ाम्स चल रहे हैं. हमें इस तरह के व्यवहार की बिल्कुल भी उम्मीद नहीं थी, क्योंकि हमें यह ऑफर एक फ्रेंड के माध्यम से आया था. आकांक्षा में अक्टूबर और नवंबर तक हमें पेमेंट दी. तब तक सब ठीक था, लेकिन उसके बाद की पेमेंट पारस छाबड़ा ने नहीं की.
ताशी ने अनुसार, हमें ब्रैंड्स से रोज़ इतने कॉल्स आ रहे हैं, लेकिन हम नहीं उठा रहे हैं. क्योंकि हमें नहीं पता कि उन्हें क्या कहें. ताशी ने कहा कि बिग बॉस में जाने से मात्र एक हफ्ते पहले पारस ने हमसे संपर्क किया और हमने उन्हें समय तक सबकुछ प्रदान करने के लिए बहुत मेहनत की, लेकिन इस तरह पैसे नहीं देना, बहुत अनप्रोफेशनल है. हमने अब तक ऐसी स्थिति का सामना नहीं किया है.
जब पारस ने डिज़ाइनर्स द्वारा लगाए गए इल्जामों पर बात करने से इंकार कर दिया तो मीडिया ने उनके मैनेजर से बात की, जिसने कहा कि पैसे की तो बात ही नहीं है, क्योंकि हमने पहले ही कह दिया था कि कपड़ों के लिए सिर्फ क्रेडिट यानी नाम दिया जाएगा. इस पर जवाब देते हुए ताशी ने कहा कि आप ही बताइए कि भला क्रेडिट के लिए कौन पांच महीने कपड़े देता है. क्रेडिट की बात सिर्फ सितंबर महीने के लिए हुई थी. उसके बाद दो महीनों के पैसे हमें आकांक्षा ने दिए. आपको बता दें कि पारस के डिमांड बढ़ते जा रहे थे और वो कपड़े रिपीट करने के लिए तैयार नहीं था. हमने उनके नाइटवेयर तक अरेंज किए थे.