
हमारे देश में एक ऐसा गांव है जहां पर सीटी बजाकर बुलाया जाता है. जी हां, भारत के मेघालय के पहाड़ों पर स्थित कांगथान गांव को व्हिसलिंग विलेज के नाम से भी जाना जाता है. यहां पर मांएं बच्चों को बचपन से ही एक अलग धुन जिंग्रवई लॉबेई बनाकर सुनाती रहती हैं. आगे चलकर वो धुन उसकी नाम और पहचान बन जाती है. फिर जब भी उसे बुलाना होता है तो सीटी बजाते हुए उस धुन का उपयोग किया जाता है. परंतु ऐसा नहीं है कि इनके नाम नहीं होते, पर वो बस डॉक्यूमेंट्स आदि पर लिखने के लिए होते हैं. किंतु पुकारने के लिए सीटी पर वो विशेष धुन ही निकाली जाती है. पहाड़ों पर रहने और वादियों में आवाज़ गूंजने से आसानी से सुनाई देने के कारण भी सीटी बजाकर एक-दूसरे को पुकारा जाता है.

* एक रिसर्च के अनुसार, कुत्ते तक़रीबन 165 शब्दों को सीख-समझ सकते हैं. यदि अच्छी तरह से ट्रेनिंग दी जाए तो वे कम से कम 250 शब्द भी सीख सकते हैं.
* पानी की बॉटल ख़रीदते समय हम इसकी एक्सपायरी डेट देखना नहीं भूलते. लेकिन क्या आप जानते है कि वो तारीख़ बॉटल की होती है. क्योंकि पानी तो कभी ख़राब नहीं होता.

* शुतुरमुर्ग पक्षियों की सबसे बड़ी जीवित प्रजातियों में से एक है, पर वो उड़ नहीं सकता. इनकी आंखें इनके ब्रेन से भी बड़ी होती हैं. पक्षियों की प्रजाति में मादा शुतुरमुर्ग सबसे बड़े अंडे भी देती है.

* बोधिधर्मन यूं तो भारत से बौद्ध धर्म के प्रचार के लिए चीन गए थे, लेकिन उन्होंने इसके साथ वहां अपने शिष्यों को भारत की प्राचीन युद्ध कला कलरी पट्टू भी सिखाई. जो उन्होंने थोड़ा-बहुत बदलाव कर कुंग-फू नाम दिया.

* सबसे बड़ी मछली के रूप में मशहूर ब्लू व्हेल का वज़न क़रीब 1400 किलो रहता है, परंतु उसका दिल मात्र 181 किलो ही रहता है.


* यह है ना मज़ेदार कि मधुमक्खियां एक-दूसरे से बातचीत करने के लिए डांस का सहारा लेती हैं. इनमें दो स्टाइल होता है, जिनमें एक डांस करेगी तो दूसरे यह पता लगाने की कोशिश करेंगे कि कहां पर फूलों के बाग हैं.
- ऊषा गुप्ता
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