Close

न्यूली मैरिड के लिए मॉडर्न ज़माने के सात वचन (7 Modern Wedding Vows For Newly Married)

बदलते समय के साथ शादी का ट्रेंड (Wedding Trend) काफ़ी बदला है, तो भला दूल्हा-दुल्हन के सात वचन वही क्यों रहें? पहले लड़कियां कामकाजी नहीं थीं, तो घर के सदस्यों की देखभाल और अपने भरण-पोषण का वचन दूल्हे से लेती थीं, लेकिन अब तो वो भी कमाने लगी हैं, कामकाजी हैं, तो घर पर भी उन्हें हेल्पिंग हैंड की ज़रूरत पड़ती है. ऐसे में वचनों में थोड़ा बदलाव होना चाहिए. शादी के बाद सभी न्यूली मैरिड कपल्स को मॉडर्न ज़माने के ये सात वचन निभाने का वादा करना चाहिए. Modern Wedding Vows
क्या हैं शादी के पारंपरिक सात वचन?
शादी के व़क्त अपने भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए कन्या वर से ये सात वचन लेती है, जिसकी पूर्ति का आश्‍वासन देने पर ही वह अर्द्धांगिनी बनने के लिए राज़ी होती है. 1. पहले वचन में कन्या वर से कहती है कि आप कभी तीर्थयात्रा पर जाओ, तो मुझे भी अपने संग ले जाना. किसी भी व्रत उपवास और धार्मिक कार्यों में मुझे भी वामांगी बनाना. 2. जिस प्रकार आप अपने माता-पिता का सम्मान करते हैं, उसी प्रकार मेरे माता-पिता का भी सम्मान करना. 3. तीसरे वचन में भी कन्या वर से वचन लेती है कि अगर आप जीवन की तीनों अवस्थाओं में मेरा पालन करने के लिए तैयार हैं, तभी मैं आपकी वामांगी बनूंगी. 4. अब तक आप घर-परिवार की ज़िम्मेदारियों से मुक्त थे, लेकिन अब शादी के बंधन में बंधने जा रहे हैं, तो परिवार की सभी ज़रूरतों को पूरा करने की ज़िम्मेदारी आपके कंधों पर होगी. 5. अपने घर के कार्यों में, लेन-देन या किसी भी चीज़ के लिए ख़र्च करते समय मुझसे विचार-विमर्श करेंगे. 6. अगर मैं अपनी सहेलियों के साथ बैठी हूं, तो वहां आकर आप मेरा अपमान नहीं करेंगे. 7. पराई स्त्रियों को मां के समान मानेंगे और पति-पत्नी के प्रेम के बीच किसी को नहीं आने देंगे.
मॉडर्न ज़माने के सात वचन
अब ये तो हो गए पारंपरिक सात वचन, जो कन्या वर से मांगती है, लेकिन आज ज़माना बराबरी और समानता का है. लड़कियां अब कमज़ोर नहीं, बल्कि लड़कों के कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं, ऐसे में घर-गृहस्थी की ज़िम्मेदारी भी दोनों मिलकर उठाते हैं. 1. घर का काम बांटकर करेंगे आज ज़्यादातर शादीशुदा कपल्स वर्किंग हैं और अकेले रहते हैं. ऐसे में दोनों को ही घर के सभी काम ख़ुद करने पड़ते हैं. खाना बनाने से लेकर घर की साफ़-सफ़ाई और देखभाल की ज़िम्मेदारी एक की न होकर दोनों की है, इसलिए दोनों को एक-दूसरे को यह वचन देना चाहिए कि वो घर के सारे काम मिल-बांटकर करेंगे. 2. एक-दूसरे की भावनाओं का  ख़्याल रखेंगे शादी के शुरुआती दिनों में कपल्स की दुनिया काफ़ी अलग होती है. लविंग, केयरिंग और शेयरिंग में उनका पूरा समय बीतता है, लेकिन जब वो वापस काम पर लौटते हैं, तब असली परीक्षा शुरू होती है. घर-बाहर की ज़िम्मेदारी अक्सर कपल्स को चिड़चिड़ा बना देती है. शादी से पहले जहां पैरेंट्स सब कुछ संभाल लेते थे, वहीं अपनी गृहस्थी में सब कुछ ख़ुद करना आसान नहीं होता. ऐसे में दोनों को एक-दूसरे की भावनाओं को समझना होगा. 3. एक-दूसरे के दोस्तों की रिस्पेक्ट करेंगे माना कि शादी के बाद सब कुछ बदल जाता है, पर दोस्तों के साथ हमारी दोस्ती तो वही रहती है. शादी के बाद जब दोस्त मिलने आते हैं और कहीं बाहर मिलने भी बुलाते हैं, तो उन बातों को लेकर अक्सर कपल्स में नोंक-झोंक होने लगती है. हर किसी को हक़ है कि अपने दोस्तों के साथ समय बिताएं. ऐसे में आपको अपने पार्टनर को इतनी आज़ादी देनी होगी और उनके दोस्तों की भी रिस्पेक्ट करनी होगी. दोनों को ही यह याद रखना चाहिए कि दोस्तों की एक स्पेशल जगह होती है, जिससे किसी को भी महरूम नहीं करना चाहिए. तो आप दोनों भी वचन दें कि एक-दूसरे के दोस्तों की रिस्पेक्ट करेंगे. यह भी पढ़ें:  शादी के बाद क्यों बढ़ता है वज़न? जानें टॉप 10 कारण (Top 10 Reasons For Weight Gain After Marriage) यह भी पढ़ें:  मायके की तरह ससुराल में भी अपनाएं लव डोज़ फॉर्मूला (Love Dose Formula For Happy Married Life) Wedding Vows 4. अपनी-अपनी हाइजीन का ख़्याल रखेंगे कहते हैं कि मैरिड लाइफ की नींव हेल्दी सेक्स लाइफ पर टिकी होती है, इसलिए दोनों को ही अपने सेक्सुअल हेल्थ का ख़ास ख़्याल रखना चाहिए. रात को सोने से पहले ब्रश करना और प्राइवेट पार्ट्स को अच्छी तरह क्लीन करना दोनों की ही ज़िम्मेदारी है. पार्टनर को किसी तरह का सेक्सुअल इंफेक्शन न हो, इस बात को आप हाइजीन का ख़्याल रखकर ही सिक्योर कर सकते हैं. 5. एक-दूसरे के ऊपर अपनी मर्ज़ी नहीं थोपेंगे प्यार में अक्सर कपल्स एक-दूसरे को ख़ुश करने के लिए पार्टनर की हर इच्छा को पूरी करते हैं, पर इस ख़ुशी को मजबूरी कभी न बनने दें. कैसे कपड़े पहनने हैं, कैसा व्यवहार करना है, किस तरह बातचीत करनी है... जैसी हज़ार चीज़ें हैं, जो न्यूली मैरिड कपल्स एक-दूसरे पर थोपते हैं. पार्टनर की मर्ज़ी, हो न हो, अपनी मर्ज़ी चलाना अच्छी बात नहीं. आप दोनों इंडिपेंडेंट हो, वर्किंग हो, तो ज़ाहिर है, बहुत-सी चीज़ें जानते हैं. ऐसे में यह ध्यान रखें कि कुछ भी करने से पहले पार्टनर की सलाह लें, चाहे बात सेक्सुअल रिलेशन की ही क्यों न हो. आपकी मर्ज़ी है, स़िर्फ इसलिए कुछ भी न करें. 6. हेल्दी लाइफस्टाइल मेंटेन करने में एक-दूसरे की मदद करेंगे आज की हमारी लाइफस्टाइल में हेल्थ और फिटनेस बहुत ज़रूरी हो गया है, ऐसे में डायट से लेकर एक्सरसाइज़ तक दोनों को एक-दूसरे को फिट रखने में मदद करनी होगी. यहां प्रॉब्लम तब आएगी, जब एक पार्टनर फूडी और दूसरा बहुत ही ज़्यादा फिटनेस कॉन्शियस होगा. यहां आप दोनों को बैलेंस करना होगा. और बात तब भी बिगड़ सकती है, अगर आप दोनों ही फूडी और आलसी हैं. ऐसे में दोनों को ही एक-दूसरे को मोटिवेट करना होगा. सुबह या शाम की रोज़ाना वॉक आप दोनों के साथ-साथ आपकी मैरिड लाइफ को भी हेल्दी बनाए रखेगी. तो आज ही एक-दूसरे से वचन लें कि दोनों मिलकर हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएंगे. 7. सभी ख़र्चों की ज़िम्मेदारी दोनों की बराबर होगी हैप्पी मैरिड लाइफ में फाइनेंस की भी अहम् भूमिका होती है. घर ख़र्च से लेकर इन्वेस्टमेंट और सेविंग्स दोनों की ही ज़िम्मेदारी है, क्योंकि यह आप दोनों की गृहस्थी है. सेविंग्स की ज़िम्मेदारी स़िर्फ पति की नहीं, बल्कि पत्नी की भी है. पति-पत्नी चाहें, तो ज़िम्मेदारियां बांट लें, जैसे पत्नी घर ख़र्च देखेगी, पति इन्वेस्टमेंट और सेविंग्स. और जो भी इमर्जेंसी ख़र्च होगा, उसके लिए एक अलग से अकाउंट बनाकर कुछ पैसे दोनों रखते जाएंगे. ऐसे में किसी एक पर फाइनेंशियल प्रेशर नहीं होगा और आप दोनों की ही ज़िंदगी स्ट्रेस फ्री और ख़ुशहाल होगी.
सात फेरे के ये सात क़दम भी ज़रूर लें
1. अगर पत्नी का मायका और ससुराल एक ही शहर में है, तो महीने में कम से कम एक बार पत्नी को न स़िर्फ मायके जाने देंगे, बल्कि उसके साथ ख़ुद भी सास-ससुर का हालचाल लेने जाएंगे. 2. जॉइंट फैमिली में नहीं रहते हैं, तो हर हफ़्ते अपने पैरेंट्स से मिलें. नई बहू के लिए सास-ससुर और ससुराल के बाकी सदस्यों से मेल-मिलाप बहुत ज़रूरी है. 3. हर दूसरे या तीसरे महीने कोई नई जगह देखने जाएं, क्योंकि एक बार बच्चे हो गए, तो कुछ समय के लिए घूमना-फिरना कम हो जाएगा, इसलिए अभी एक-दूसरे के साथ नई-नई जगहें देखें और क्वालिटी समय बिताएं. 4. वैसे तो हर हफ़्ते एक नई फिल्म रिलीज़ होती है, लेकिन महीने में कोई न कोई ख़ास फिल्म होती है, जिसे देखने ज़रूर जाएं. 5. 15-20 दिन या महीने में एक बार कैंडल लाइट डिनर पर जाने से मैरिड लाइफ में रोमांस बना रहता है और डेली रूटीन से भी ब्रेक मिल जाता है. 6. किसी दोस्त या रिश्तेदार से अपने पार्टनर को मिलाने ले जाएं. नए-नए लोगों से मिलने से मैरिड लाइफ में रोमांच बना रहता है. 7. ख़ुद को और पार्टनर को स्ट्रेस फ्री और पैंपर करने के लिए किसी स्पा ज़रूर ले जाएं.

- संतारा सिंह

यह भी पढ़ें: किस राशिवाले किससे करें विवाह? (Perfect Life Partner According To Your Zodiac Sign)

Share this article