कम उम्र में बच्चों की आंखों को चश्मे से दूर रखने के लिए उनके डेली डायट रूटीन में शामिल कीजिए 6 सुपरफूड, जो आंखों को स्वस्थ रखने के साथ ही रोशनी भी प्रदान करते हैं. आइए, जानते हैं वो 6 सुपरफूड कौन-से हैं?
दिनों दिन बच्चे मोबाइल, टीवी, कंप्यूटर, विडियो गेम आदि के आदी होते जा रहे हैं, जिसका असर सबसे पहले उनकी आंखों पर पड़ता है, जिससे कम उम्र में उनकी आंखों पर चश्मा चढ़ जाता है. ऐसे में आंखों की हिफ़ाज़त के लिए कौन-से 6 सुपरफूड हैं ज़रूरी? आइए, जानते हैं.
गाजर
न स़िर्फ गाजर बल्कि नारंगी रंग के सारे फल एवं सब्ज़ियों में विटामिन ए पाया जाता है और विटामिन ए आंखों के लिए न स़िर्फ फ़ायदेमंद, बल्कि बेहद ज़रूरी भी है. इसके सेवन से आंखें स्वस्थ रहती हैं और आंखों की रोशनी भी तेज़ होती है.
हेल्दी-टेस्टी टिप्स
- रोज़ाना बच्चों को गाजर ज़रूर दें.
- एक ग्लास गाजर का जूस भी दे सकती हैं.
- अगर बच्चा गाजर खाने से आनाकानी करे, तो सलाद में गाजर की मात्रा बढ़ा दें.
- इसी तरह सब्ज़ी, पुलाव आदि में भी कटे हुए गाजर की मात्रा बढ़ा सकती हैं.
पालक
जहां अन्य पोषक तत्व आंखों को स्वस्थ रखते हैं, वहीं पालक में पाए जाने वाले मिनरल्स और विटामिन्स आंख संबंध बीमारी से आंखों की हिफ़ाज़त करते हैं. स़िर्फ पालक ही नहीं, बल्कि गहरे हरे रंग की ब्रोकोली भी आंखों के लिए असरदार होती है.
हेल्दी-टेस्टी टिप्स
- रोज़ाना कम से कम 100 ग्राम पालक का सेवन करना चाहिए.
- पालक की प्यूरी या सूप बनाकर इसे और भी टेस्टी बनाया जा सकता है.
- सलाद के रूप में उबले हुए पालक का सेवन भी फ़ायदेमंद होता है.
- पालक की कम मसालेदार सब्ज़ी भी अच्छा ऑप्शन है.
संतरा
विटामिन सी का प्रमुख्य स्रोत संतरा भी स्वस्थ आंखों के लिए आवश्यक है. हाल ही में हुए एक रिचर्स से ज्ञात हुआ है कि रोज़ाना संतरे का सेवन करने से मोतियाबिंद की संभावना 65% कम हो जाती है. संतरे के साथ ही विटामिन सी युक्त टमाटर का सेवन भी लाभप्रद होता है.
हेल्दी-टेस्टी टिप्स
- रोज़ाना बच्चों को एक संतरा अवश्य दें.
- संतरे का जूस भी दे सकती हैं.
- फ्रूट सलाद में संतरे की मात्रा दुगुनी कर दें.
- घर का बना ऑरेंज जैम भी ब्रेड पर लगाकर दे सकती हैं.
बेरीज़
बेरीज़ में पाए जाने वाले पोषक तत्व की आपूर्ति से दिन के उजाले के साथ ही रात के अंधेरे में भी साफ़ नज़र आता है. ख़ासकर ब्लैक बेरीज़ खाने से आंखों को सही मात्रा में और तेज़ी से रक्त की आपूर्ति होती है, जिससे धुंधला दिखाई देने के साथ ही मोतियाबिंद की शिकायत भी नहीं होती है.
हेल्दी-टेस्टी टिप्स
- रोज़ाना एक कटोरी बेरीज़ का सेवन आंखों के लिए उपयोगी होता है.
- बेरीज़ स्मूदी भी आंखों की आवश्यकताओं को पूरा करता है.
- फ्रूट सलाद में बेरीज़ की मात्रा बढ़ाई जा सकती है.
- डिफरेंट टेस्ट के लिए बेरीज़ विद केक भी ट्राई किया जा सकता है.
ऑयली फिश
आंखों में नमी की कमी से खुलजी की शिकायत होती है, साथ ही आंख संबंधी अन्य परेशानी होने की संभावना भी दुगुनी हो जाती है. ऐसे में सालमन जैसी ऑयली फिश में पाया जाने वाला ओमेगा 3 फैटी एसिड आंखों के रूखेपन को कम करता है. जिससे आंखें स्वस्थ और बीमारियों से सुरक्षित रहती हैं.
हेल्दी-टेस्टी टिप्स
- सप्ताह में दो बार ऑयली फिश का सेवन ज़रूरी है.
- ऑयली फिश के छोटे पीस को तेल में फ्राई करके भी बच्चों की थाली में परोस सकती हैं.
- ऑयली फिश सैंडविच भी एक हेल्दी ऑप्शन है.
- बच्चों के मुंह का ज़ायका बदलने के लिए फिश केटलेट जैसी टेस्टी डिशेज़ भी ट्राई कर सकती हैं.
बादाम
विटामिन ई से भरपूर बादाम के सेवन से बच्चों की स़िर्फ बुद्धि का विकास ही तेज़ी से नहीं होता, बल्कि उनकी आंखों की रोशनी में तेज़ होती है. इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व की मौजूदगी यूवी किरणों के असर को कम कर देती हैं. जिससे आंख संबंधी कई परेशानियां ख़ुद ब ख़ुद टल जाती हैं.
हेल्दी-टेस्टी टिप्स
- रोज़ाना 1 या 2 बादाम का सेवन फ़ायदेमंद होता है.
- दूध में बादाम का पाउडर मिलाकर भी बच्चों को दे सकती हैं.
- गार्निशिंग, टॉपिंग आदि के लिए भी बादाम का इस्तेमाल किया जा सकता है.
- तवे पर थोड़ा-सा तेल और नमक डालकर बादाम को भून लें, सॉल्टी बादाम भी टेस्टी लगते हैं.