Close

सीखें रिजेक्शन को मैनेज करना (5 Smart Tricks On How To Deal With Rejection)

एक कंपनी में सीए के लिए पद रिक्त था. इंटरव्यू देने गई आकांक्षा बहुत ख़ुुश हुई, जब उसने अपनी पुरानी क्लासमेट माला को वहां देखा. माला ही उम्मीदवारों के इंटरव्यू ले रही थी. आकांक्षा को पूरी उम्मीद थी कि उसका चयन अब पक्का है, लेकिन अगले दिन पता चला कि वहां किसी दूसरी उम्मीदवार का सेलेक्शन हो गया है. आकांक्षा ने परेशान होकर मम्मी से कहा, “लगता है मुझे कभी नौकरी नहीं मिलेगी. मुझे हर कोई रिजेक्ट कर देता है. पता नहीं क्या कमी है मुझमें. मेरी ज़िंदगी का समाधान क्या है, समझ में नहीं आता.”

आकांक्षा की मम्मी ने कहा, “बेटी वहां तेरे अलावा भी तो कैंडिडेट गए थे. क्या सब का सिलेक्शन हो गया? सिलेक्ट तो स़िर्फ एक ही कैंडिडेट हुआ न! बाकी सबको दोबारा कहीं ट्राई करना ही पड़ेगा. वैसे ही तुम भी करना. सबसे बड़ी बात यह कि दार्शनिक सोरेन किएकगार्ड की कही एक बात गांठ बांध लो. उन्होंने कहा है कि जीवन कोई समस्या नहीं है जिसका समाधान किया जाए. यह एक वास्तविकता है, जो अनुभव करने की चीज़ है. स्वीकृति-अस्वीकृति, पास-फेल, ख़ुशी-गम जीवन के खट्टे-मीठे अनुभव हैं, जो हमें बहुत कुछ सिखाते हैं. रही बात रिजेक्शन की, तो इसे मैनेज करना सीखना होगा. इसके लिए दिल से नहीं, दिमाग से काम लेना होगा.” मम्मी की बातों से आकांक्षा को काफी राहत मिली. उसकी मम्मी ने बिल्कुल सही सलाह दी थी. रिजेक्शन से निराश नहीं होना चाहिए, बल्कि इसे मैनेज करना आना चाहिए.

यह भी पढ़ें: कपल्स में दरार की वजह न बनें फाइनेंशियल हैबिट्स (Financial Habits Should Not Become The Cause Of Rift In Couples)

हर किसी से ना करें हां की उम्मीद

प्यार का प्रपोजल हो या किसी प्रोजेक्ट के लिए फेवर लेना हो, किसी से लोन लेना हो या किसी काम में मदद लेनी हो, हम पूरी उम्मीद से ऐसे प्रयास करते हैं, मगर इनमें स्वीकृति के साथ-साथ अस्वीकृति की भी संभावनाएं होती हैं, यह बात हमें मानकर चलनी चाहिए. माना कि किसी जॉब के लिए इंटरव्यू देने, किसी स्टार्टअप के लिए इन्वेस्टमेंट प्रपोजल या किसी से सपोर्ट मांगते समय हमें पॉजिटिव माइंडसेट के साथ जाना चाहिए और हां की उम्मीद ही करनी चाहिए, लेकिन साथ ही हमें यह भी याद रखना चाहिए कि हमारे जैसे दूसरे लोग भी वहां होते हैं. जाहिर है, सबको हां नहीं कहा जा सकता. इसलिए ना को दिल पर ना लें और निराश ना होकर अगले प्रयास की तैयारी करें.

रिजेक्शन को समझें एक अनुभव

हर प्रयास और प्रतिक्रिया से हमें कुछ न कुछ सीखने को मिलता है. किसी प्रपोजल या कार्य में रिजेक्शन अथवा अस्वीकृति मिलने पर आपको इसे अपनी डायरी में एक अनुभव के तौर पर दर्ज करना चाहिए. जाने-माने लाइफ कोच रॉबिन शर्मा कहते हैं कि चुनौतियां अच्छी होती हैं. हम इनके माध्यम से विकास करते हैं. ख़तरे या बुरे वक्त में हम सबसे ज़्यादा सक्रिय रहते हैं. आपको समीक्षा करनी चाहिए कि किन ग्राउंड्स पर आपको रिजेक्ट किया गया. संभव हो तो संबंधित व्यक्ति से स्पष्ट रूप से विनम्रतापूर्वक कारण पूछ लेना चाहिए. अगर आप कोई ठोस कारण या अपनी कमी के बारे में जान पाएं तो इसे एक सबक के रूप में लेते हुए अगली बार उन ग़लतियों से बचने की कोशिश करें.

आपके प्रति पूर्वाग्रह का संकेत

कई बार आपके जॉब, विवाह, सर्विस या प्रोडक्ट, प्रेम प्रस्ताव अथवा फाइनेंस रिलेटेड प्रपोजल का रिजेक्ट होना न तो आपके कम टैलेंटेड होने का परिचायक होता है, न आपकी सर्विस या प्रोडक्ट के खराब होने का. ना ही इसका अर्थ यह है कि आपके प्रपोजल में खामियां हैं. समाजशास्त्री रेखा श्रीवास्तव कहती हैं, कभी-कभी प्रपोजल, प्रोडक्ट या सर्विस चाहे जितने अच्छे हों अगर सामने वाला व्यक्ति आपके प्रति पूर्वाग्रह से ग्रस्त है, तो वह उसे रिजेक्ट करेगा ही. इसलिए इस तरह के रिजेक्शन को दिल पर लेने की ज़रूरत नहीं है.

यह भी पढ़ें: ज़िंदगी जीने के लिए ज़रूरी है स्पीड पर कंट्रोल (Importance Of Control And Speed In LIfe)

नाराज़गी दूर होने का करें इंतज़ार

कभी-कभी पार्टनर, दोस्त, क्लाइंट, बॉस या आपके पूर्व परिचित लोगों के रिजेक्शन की एक वजह आपसे क्षणिक नाराज़गी भी हो सकती है. अगर ऐसे लोगों से किसी प्रपोजल पर ना सुनना पड़े, तो तुरंत एग्रेसिव रिएक्शन देने से बचें. नेपोलियन हिल ने इस संबंध में बहुत अच्छी बात कही है, आप किसी से असहमत होकर भी उससे झगड़े से बच सकते हैं. इससे बात बाद में बन सकती है. ऐसे में आप उस वक्त चुप रह जाएं तो जब उनका गुस्सा ठंडा होगा तो उनका रिजेक्शन स्वत: ही सिलेक्शन में तब्दील हो जाएगा.

नए लोगों से मिलने का अवसर समझें

कई बार ‘तू नहीं तो और सही’ वाला बेपरवाह रवैया काफी लाभकारी साबित होता है. आपको कोई रिजेक्ट कर दे, तो निराश या दुखी होने की बजाय आप इसे सहज रूप में लें और खुद को आगे की प्रक्रिया के लिए तैयार करें, क्योंकि निराश या हताश होने पर आप पूरी तरह सक्रिय नहीं रह पाते. व्यवहार विशेषज्ञ प्रीति सुराणा कहती हैं, एक रिजेक्शन कभी भी आपकी सफलता की यात्रा में अड़चन नहीं बन सकता, बल्कि आपको इससे ज़्यादा मेहनत और प्रयास करने की प्रेरणा लेनी चाहिए.

- शिखर चंद जैन

अभी सबस्क्राइब करें मेरी सहेली का एक साल का डिजिटल एडिशन सिर्फ़ ₹599 और पाएं ₹1000 का गिफ्ट वाउचर.

Share this article

https://www.perkemi.org/ Slot Gacor Slot Gacor Slot Gacor Slot Gacor Situs Slot Resmi https://htp.ac.id/ Slot Gacor Slot Gacor Slot Gacor Slot Gacor Slot Gacor Slot Gacor Slot Gacor https://pertanian.hsu.go.id/vendor/ https://onlineradio.jatengprov.go.id/media/ slot 777 Gacor https://www.opdagverden.dk/ https://perpustakaan.unhasa.ac.id/info/ https://perpustakaan.unhasa.ac.id/vendor/ https://www.unhasa.ac.id/demoslt/ https://mariposa.tw/ https://archvizone.com/