ठंड का मौसम हो या फिर बरसात का. ट्रैकिंग के शौक़ीन किसी भी मौसम में इसका आनंद उठाने का मौक़ा ढूंढ ही लेते हैं. यही वजह है कि वो अक्सर ट्रैकिंग के लिए किसी नई और रोमांचक जगह की तलाश करते हैं. अगर आप भी रोमांच से भरपूर ट्रैकिंग के शौकीन हैं और महाराष्ट्र में ही इसका लुत्फ़ उठाना चाहते हैं, तो चलिए हम आपको बताते हैं प्रकृति के ख़ूबसूरत नज़ारों के बीच बसे एडवेंचर से भरपूर 5 मशहूर ट्रैकिंग स्थल.
राजमाची किला- लोनावला से क़रीब 15 किलोमीटर दूर स्थित राजमाची किला भारत के मशहूर ट्रैकिंग स्थलों में से एक है. समुद्र सतह से 2,710 फीट की ऊंचाई पर मौजूद इस जगह की प्राकृतिक सुंदरता देखते ही बनती है. अगर आप पहली बार ट्रैकिंग के लिए जा रहे हैं तो राजमाची किला एक अच्छा विकल्प हो सकता है, क्योंकि यहां ट्रैकिंग करने में आपको ज़्यादा समय नहीं लगेगा और इस किले के टॉप पर पहुंचने के लिए सिर्फ़ 40 मिनट ही लगते हैं.
रायगढ़ किला- रायगढ़ ज़िले के महाड में पहाड़ी पर स्थित यह किला महाराष्ट्र के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है. रायगढ़ किला समुद्र की सतह से क़रीब 2700 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. इसे छत्रपति शिवाजी महाराज ने बनवाया था और सन 1674 में इसे अपनी राजधानी घोषित किया था. ठंड के मौसम में यहां ट्रैकिंग का मज़ा दोगुना हो जाता है. हालांकि इस किले तक ट्रैकिंग और रोपवे के ज़रिए आसानी से पहुंचा जा सकता है.
हरिहर किला- कसारा से 60 किलोमीटर दूर नासिक ज़िले में एक पहाड़ की चोटी पर स्थित हरिहर किला 170 मीटर की ऊंचाई पर बना है. इसे हर्षगढ़ किले के नाम से भी जाना जाता है. पहाड़ी की चोटी पर स्थित इस किले की चढ़ाई 90 डिग्री सीधी है, जो ख़तरनाक होने के साथ-साथ रोमांचक भी है. इस ख़तरनाक और रोमांचकारी रास्ते को पार करने में 2 दिन का समय लगता है, लेकिन इसकी चढ़ाई करना हर किसी के बस की बात नहीं है, क्योंकि चढ़ाई के दौरान हर वक़्त सासें हलक में अटकी रहती हैं.
कलसुबाई शिखर- इगतपुरी तालुका में सहयाद्री पर्वत श्रृंखला पर समुद्र सतह से 5,400 फीट की ऊंचाई पर स्थित कलसुबाई में बारिश के मौसम में ट्रैकिंग का बहुत आनंद आता है. इस मौसम में हरी-भरी वादियां, ठंडी-ठंडी हवाएं, गरजते हुए बादल और झरने इसकी ख़बसूरती में चार चांद लगाते हैं. यहां पर ट्रैकिंग करना एडवेंचर से भरपूर है और जून से सितंबर के बीच का समय यहां ट्रैकिंग करने के लिए बेस्ट माना जाता है.
कोरीगढ़ किला- पुणे ज़िले के लोनावला से क़रीब 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित कोरीगढ़ किला ट्रैकिंग के लिए काफ़ी मशहूर है. हालांकि दो रास्तों के ज़रिए इस किले की चोटी तक पहुंचा जा सकता है. इसकी चोटी पर कोराई देवी, भगवान शिव और विष्णु के मंदिर स्थित हैं. समुद्र सतह से 3,050 फीट की ऊंचाई पर स्थित इस स्थल की चढ़ाई आसान होने के साथ-साथ रोमांचक भी है. इस स्थल की ख़ासियत यह है कि यहां आप किसी भी मौसम में ट्रैकिंग के लिए जा सकते हैं.
- सपना सिंह ये भी पढ़ेंः कुंभलगढ़, देखें दुनिया की दूसरी सबसे लंबी दीवार