बारिश का मौसम शुरू होते ही हेल्थ, स्किन केयर रूटीन और लाइफस्टाइल में ख़ास बदलाव और ख़ास देखभाल की ज़रूरत तो होती ही है, साथ ही आशियाने को सुंदर और मॉनसून प्रूफ रखने के लिए ख़ास होम केयर भी ज़रूरी हो जाता है, ताकि बरसते मौसम में भी आपके आशियाने की रौनक ज्यों की त्यों बनी रहे.
बारिश की बूंदें न स़िर्फ कमरे की छत और दीवारों को पपड़ीनुमा व सीलनयुक्त बना देती हैं, बल्कि कमरे में रखे महंगे होम डेकोर आइटम्स, इलेक्ट्रॉनिक अप्लाएंसेस के साथ-साथ फर्नीचर, कार्पेट, कर्टन जैसी चीजों के लिए भी काफ़ी नुक़सानदायक साबित होती हैं. इन चीज़ों की सुरक्षा के लिए क्या करना चाहिए, आइए हम आपको बताते हैं.
फर्नीचर केयर
- लकड़ी के फर्नीचर्स को सीलन से बचाने के लिए वॉटर रेजिस्टेंट स्प्रे का इस्तेमाल करें.
- मेटल से बने फर्नीचर्स की सुरक्षा के लिए उस पर रस्ट रेजिस्टेंट रेड ऑक्साइड और इनैमल पेंट लगाएं.
- फर्नीचर्स को नमी से बचाने के लिए उसे रोज़ाना सूखे कपड़े से साफ़ करें.
- कांच के डेकोर आइटम्स को साफ़ करने के लिए टिशू पेपर का इस्तेमाल करें.
कार्पेट केयर
- बरसात के मौसम में बहुत ज़रूरी हो, तो ही कार्पेट का इस्तेमाल करें, वरना इसके इस्तेमाल से बचें.
यदि आप कार्पेट का इस्तेमाल कर रही हैं, तो रोज़ाना एंटीसेप्टिक क्लीनर से इसकी सफ़ाई करें. - मॉनसून के लिए ब्राइट कलर के मशीन मेड वॉशेबल कार्पेट इस्तेमाल करें, ताकि इसे धोना-सुखाना आसान हो जाए.
- बरसात के लिए हल्के कार्पेट चुनें. आप चाहें तो एक्रेलिक, बाम्बू या कॉयर मैट का इस्तेमाल भी कर सकती हैं.
कर्टन केयर
- बरसात के मौसम के लिए हल्के फैब्रिक वाले परदे चुनें. ये देखने में भी अच्छे लगते हैं और धोने पर जल्दी सूख भी जाते हैं.
- मॉनसून में अस्तर वाले परदे के इस्तेमाल से बचें, इन्हें मैनेज करना मुश्किल होता है. इसकी बजाय पॉलिस्टर, खादी सिल्क, सैटिन आदि फैब्रिक का प्रयोग कर सकती हैं.
- बरसात के मौसम में हल्के रंग के पर्दे जल्दी मटमैले हो जाते हैं, इसलिए ब्राइट कलर के परदे का इस्तेमाल करें. इससे आपके घर की रंगत भी खिल उठेगी.
बेडशीट व पिलो कवर
- बरसात में बेडशीट और पिलो कवर बहुत जल्दी गंदे हो जाते हैं, इसलिए हल्के फैब्रिक वाले बेडशीट व पिलो कवर का प्रयोग करें, ताकि गंदे होने पर इनकी सफ़ाई आसनी से हो जाए.
- साथ ही बच्चों को समझाएं कि गीले पैर से बेड या सोफे पर न चढ़ें, ऐसा करके आप अपना काफ़ी समय बचा सकती हैं.
- हैवी एम्ब्रॉयडरी की बजाय ब्राइट कलर के ख़ूबसूरत प्रिंट वाले पिलो कवर व बेडशीट चुनें. ये घर की ख़ूबसूरती भी बढ़ाएंगे और आपके लिए इनकी देखभाल करना भी आसान हो जाएगा.
वॉल केयर
- घर की दीवारों को नमी से बचाने के लिए वॉटरप्रूफ़ पेंट का इस्तेमाल करें.
- लिविंग रूम की एक दीवार पर बादल या बारिश की बूंदों वाला वॉल पेपर लगवाएं. इससे घर को मॉनसून वाला लुक मिलेगा.
- कमरे के जिस भाग में सीलन हो रही हो, वहां पर डेकोरटिव टाइल्स या ब्रीक इ़फेक्ट देकर आसानी से छुपाया जा सकता है.
इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स की देखभाल
- इलेक्ट्रिक अप्लाएंसेस, जैसे- टीवी, मिक्सर, फ्रिज आदि की सुरक्षा के लिए उन पर वॉटर प्रूफ़ कवर चढ़ा दें.
- इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स को ड्राई रखने के लिएउनके कॉर्नर पर सिलिका जेल लगाएं.
- घर में अर्थिंग ज़रूर करवाएं. हर पावर बोर्ड के लिए अलग फ्यूज लगवाएं.
- प्रो़फेशनलिस्ट की मदद से इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स के पार्ट्स की समय-समय पर जांच करवाते रहें.
ज़रूरी डॉक्यूमेंट्स की देखभाल
- घर के ज़रूरी काग़ज़ात जैसे- एग्रीमेंट पेपर, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, बेंकिंग पेपर आदि को रखने के लिए वॉटरप्रूफ ज़िपलॉक का इस्तेमाल करें.
- आप चाहें तो इन्हें रखने के लिए बॉक्स का इस्तेमाल भी कर सकते हैं.
टॉप 10 रेन सेफ रूल्स
- घर के किसी कमरे में यदि पानी का रिसाव हो रहा है, तो उसे रोकने के लिए रबर लाइनिंग का प्रयोग करें.
- पानी के लीकेज को प्लास्टर ऑफ़ पेरिस या फिर व्हाइट सीमेंट से बंद कर दें.
- बरसात शुरू होने के पहले घर की बाहरी दीवारों पर डैम्प प्रूफर के साथ वॉटर प्रूफ पेंट लगाएं, ताकि बाहरी दीवारों पर काई न जमने पाए.
- फ़र्श की सफ़ाई के लिए फ़िनाइल का इस्तेमाल करें या एंटीसेप्टिक क्लीनर से फ़र्श की सफ़ाई करें.
- घर के मेन डोर पर पैर पोश या फिर मोटा कपड़ा रखें, ताकि पैर पर लगा पानी कमरे के फर्श को मैला न कर सके.
- घर की नमी को दूर करने के लिए जब भी बारिश बंद हो, तो तुरंत खिड़की-दरवाज़े खोल दें. ऐसा करने से घर की दीवारें नमी से बची रहेंगी.
- भारी बरसात के कारण अगर घर की दीवारें भीतर से भीग गई हैं, तो उस हिस्से पर घर के भीतर से सिल्वर फॉइल लगा दें.
- घर के भीतर लगे पौधों को बाहर रख दें. इससे पौधों को प्राकृतिक पानी की आपूर्ति होगी और घर भी खुला-खुला रहेगा.
- इस मौसम में चप्पल-जूते घर के भीतर नहीं, बल्कि बाहर रखें. इससे घर में गंदगी नहीं होगी.
- घर की छत पर कहीं भी पानी जमा न होने दें. इससे पानी का रिसाव घर के अंदर हो सकता है.