25 ईज़ी वुलन केयर टिप्स, ताकि कपड़े दिखें नए जैसे (25 Easy way to take care of your Woolen Clothes)
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* कोई भी स्वेटर या वुलन ड्रेस (Woolen Clothes) जिसमें बटन या ज़िप लगा हो, धोने से पहले उसकी बटन/ज़िप को बंद कर दें. इससे वुलन का शेप ठीक रहेगा.
* ऊनी कपड़ों की चमक बरक़रार रखने के लिए धोने के बाद उन्हें एक बाल्टी पानी में कुछ बूंदें ग्लिसरीन की डालकर दो मिनट तक डुबोकर रखें.
* ऊनी कपड़ों को माइल्ड डिटर्जेंट से ही धोएं. धोने से पहले स्वेटर को उल्टा कर लें यानी सिलाई वाला हिस्सा ऊपर हो.
* पसीने की दुर्गंध मिटाने के लिए एक लीटर पानी मेें एक टेबलस्पून बोरेक्स पाउडर डालकर स्वेटर को 10-15 मिनट के लिए भिगो दें. इसके बाद स्वेटर को धोएं.
* ऊनी कपड़ों पर से तेल का दाग़ हटाने के लिए दाग़ वाली जगह पर दही रगड़कर एक तरफ़ रख दें. थोड़ी देर बाद धो लें. दाग़ ग़ायब हो जाएगा.
* अंडे, दूध या स्याही से कपड़े ख़राब हो गए हों, तो सादे स्पिरिट में एक कपड़ा भिगोकर दाग़ वाले स्थान पर रगड़ें, फिर स़फेद सिरका लगाकर धो दें.
* अल्कोहल आप के गरम कपड़े पर छलक जाए तो उसे फौरन साफ़ कपड़े से पोंछकर गरम पानी और सर्जिकल स्पिरिट से धोएं. कपड़े पर पड़ा अल्कोहल निकल जाएगा.
* उधड़े हुए ऊन को फिर से नया, चमकीला और सीधा करने के लिए उसे पानी के भाप पर रखें. इसके लिए एक बर्तन में पानी गरम करें. उसके ऊपर छलनी रखें. ऊन को छलनी में रखें. दो-दो मिनट पर ऊन को उलटती-पलटती रहें. थोड़ी देर बाद आप देखेंगी कि ऊन बिल्कुल सीधा, चमकदार और नए जैसा हो गया है.
* ऊन से बुने स्वेटर, शॉल, मोजे, स्कार्फ आदि को धोने से पहले सूखे ब्रश से ही उनकी धूल-मिट्टी को अच्छी तरह साफ़ कर लें.
* ऊनी कपड़ों को धोने के लिए इसके लिए बनाया गया या फिर बाज़ार में मिलने वाला अच्छे ब्रांड का लिक्विड सोप इस्तेमाल करें. प्लास्टिक की बाल्टी या फिर टब में पर्याप्त मात्रा में पानी लेकर उसमें लिक्विड सोप डालकर झागदार घोल बना लें.
* कुछ ऊनी कपड़ों के लिए गुनगुने पानी का भी इस्तेमाल किया जा सकता है, अतः कपड़ों के अनुसार गरम या फिर ठंडा पानी भिगोने के लिए इस्तेमाल करें.
* सभी स्वेटर को उल्टा व एक-एक करके भिगोएं व देखें कि किसी स्वेटर का रंग तो नहीं निकल रहा. यदि ऐसा है तो उस स्वेटर को अलग से भिगोएं.
* गरम कपड़ों को पहनने से पहले ड्रायक्लीन करा लें.
* गीले व नमी वाले गर्म कपड़ों पर प्रेस न करें. ऐसा करने से उनकी चमक फीकी पड़ सकती है. साथ ही इन्हें हैंगर पर न लटकाएं.
* ऊनी कपड़ों को सुखाते समय स्लीव्ज़ का ध्यान ज़रूर रखें, वरना वे लटक कर ढीली हो जाएंगी.
* गर्म कपड़ों को कभी भी नमी वाले स्थानों पर न रखें.
* अगर गरम कपड़े पर कॉफी गिर जाए और दाग़ पड़ जाए तो अल्कोहल व स़फेद सिरका बराबर मात्रा में मिलाकर उसमें कपड़ों को डुबोएं. दाग़ वाली जगह को हल्का-सा मलें और साफ़ कपड़े से पोंछ दें. दाग़ निकल जाएंगे.
* स्वेटर के कंधों को साफ़ करते समय नीचे रूई का छोटा-सा तकिया या गद्दी रखनी चाहिए. यह स्वेटर के आकार को बिगड़ने से बचाता है.
* सभी स्वेटर को अच्छी तरह से भिगोकर साफ़ पानी से चार-पांच बार धोएं.
* ऊनी कपड़ों को धोते समय ब्रश का उपयोग न करें. हल्के हाथों से रगड़कर साफ़ करें.
* अतिरिक्त पानी को निकालने के लिए स्वेटर को निचोड़ें नहीं, बल्कि स्वेटर को सूखे टॉवेल से कवर कर दें. इससे अतिरिक्त पानी टॉवेल में आ जाएगा.
* स्वेटर को सुखाने के लिए रस्सी पर न लटकाएं, उन्हें समतल ज़मीन पर फैलाकर सुखाएं. इससे उनका आकार सही बना रहेगा.
* वुलन को सूर्य के प्रकाश में न सुखाएं, इससे उनका रंग फीका पड़ जाता है.
* रोज़ाना इस्तेमाल किए जाने वाले ऊनी कपड़े घर पर धोए जा सकते हैं, लेकिन महंगे व विशेष कपड़ों को ड्रायक्लीन करवाना ही ठीक रहता है.
* वुलन को प्रेस तो आयरन को स्टीम मोड में रखें और ऊनी कपड़े के ऊपर मलमल का कपड़ा रखकर ही प्रेस करें.