महिलाओं की कई आदतें न तो पुरुषों न समझ आती हैं और न ही पसन्द. लेकिन महिलाओं की ये आदतें पसंद न होने के बावजूद उन्हें झेलनी पड़ती हैं. महिलाओं की कौन-कौन-सी आदतें पुरुषों को नहीं भातीं? आइए जानते हैं.
- लेडीज़ रूम की गपशप
कोई पार्टी, इवेंट या फैमिली फंक्शन… हर जगह का नज़ारा लगभग एक-सा ही दिखता है, जैसे- कोई एक महिला यदि लेडीज़ रूम में जाने के लिए टेबल से उठती है तो कई और भी तैयार हो जाती हैं. शायद आप भी ऐसा करती होंगी. मर्दों को समझ में नहीं आता कि आख़िर ग्रुप में जाकर ये सारी की सारी महिलाएं करती क्या हैं? बात चाहे फ्रेश होने की हो या किसी इमर्जेंसी की, जब वो ग्रुप में जाती हैं तो आधा घंटा तो पक्का लगा देती हैं. उनकी इस आदत की वजह जानने में पुरुष नाकाम रहे हैं, उनके लिए ये एक मिस्ट्री ही बनी हुई है.
2. लास्ट मिनट का टचअप
पति के साथ कहीं जाना हो तो उस दिन सुबह से ही तैयारी शुरू हो जाती है. आउटफिट से लेकर एक्सेसरीज़… सब कुछ सुबह से ही तय हो जाता है और पार्टी में जाने से कम से कम दो घंटे पहले ही पत्नी बेडरूम लॉक करके तैयार होने लगती हैं. इतनी देर तैयार होने के बाद भी वो मिनी मेकअप किट लेकर घर से निकलना कभी नहीं भूलतीं. इतना ही नहीं, वेन्यू तक पहुंचने में 10 मिनट लगे या आधा घंटा- कार से उतरने से पहले टचअप ज़रूर करती हैं. दोबारा पाउडर और लिपस्टिक लगाकर ही वो बाहर निकलती हैं. उनकी इस आदत से पति चिढ़ते तो हैं, मगर बेचारे कुछ कर नहीं सकते.
3. बेवजह की हंसी
वैसे तो कोई भी हंसी बिना वजह की नहीं होती, लेकिन महिलाएं अक्सर बेवजह हंसती हैं. ज़ोर-ज़ोर से हंसना, खिलखिलाना किसी भी पुरुष को पसंद नहीं आता. हैरानी तो इस बात की है कि साथ रहते हुए भी वो अपनी पत्नी के हंसी की वजह नहीं जान पाते.
4. क्या मैं मोटी हूं?
बेचारे… लगभग सारे पति इस सवाल को सुन-सुनकर और इसका जवाब देकर हार चुके हैं, लेकिन यह ऐसा सवाल है जिसका मनचाहा जवाब पाकर भी पत्नी संतुष्ट नहीं होती. सच कहें तो साल के 365 दिन यह सवाल उनके मन में आ ही जाता है और हर रोज़ यह सवाल पूछने के लिए मानो वो ऐसे बेताब रहती हैं जैसे पहली बार पूछ रही हों. दरअसल, महिलाएं अपने लुक्स और फिगर को लेकर बेहद कॉन्शियस रहती हैं. दिलचस्प बात ये है कि सवाल भी उनका और जवाब भी उनका ही होना चाहिए. मतलब जो वो सुनना चाहती हैं वही जवाब उनका पति दे. यानी ङ्गतुम मोटी हो गई हो या तुम्हारा वज़न थोड़ा बढ़ गया है, जैसे जवाब सुनना उन्हें बिल्कुल पसंद नहीं. वो चाहती हैं कि कोई भी उन्हें मोटी न कहे, अगर वो मोटी हैं तब भी उनके फिगर की तारीफ़ की जाए. अतः पति को ऐसे सवाल का हमेशा वही जवाब देना चाहिए जिससे पत्नी संतुष्ट हो जाए.
5. फेस पैक लगाने की वजह
ग्लोइंग स्किन के लिए महिलाएं तमाम तरह के प्रॉडक्ट्स इस्तेमाल करती हैं, चाहे वो घरेलू नुस्ख़े हों या ब्यूटीशियन द्वारा बताए गए तरी़के वो सब पर अमल करती हैं. हफ़्ते में दो से तीन बार फेस पैक लगाती हैं, लेकिन आज तक मर्द फेस पैक के पीछे का राज़ नहीं समझ पाए हैं कि क्या वाक़ई इसे लगाने से उनकी ख़ूबसूरती और स्किन को फ़ायदा हुआ है. महिलाओं की ये आदत भी उन्हें पसंद नहीं आती.
6. आउटफिट की कमी का रोना
पार्टी, शादी, इवेंट… कहीं भी जाना हो हर महिला को हमेशा यही लगता है कि उसके पास पार्टी वेयर ड्रेस नहीं है. भले ही वार्डरोब में सरसों रखने की जगह न हो, लेकिन ड्रेस नहीं होने का रोना वो हमेशा रोती रहती हैं और बिना व़क्त गंवाए नई ड्रेस ख़रीदना चाहती हैं. बेचारे पुरुष! दो ट्राउज़र और दो-तीन शर्ट्स में ही पूरा हफ़्ता निकाल लेते हैं. फिर चाहे ऑफिस जाना हो या किसी पार्टी में उनके लिए सब चलता है. ट्राउज़र और शर्ट नई हो या पुरानी उन्हें कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता, लेकिन पत्नी के लिए उन्हें जेब ढीली करनी ही पड़ती है.
7. क्लच कैरी करने की आदत
पार्टी में जाते समय महिलाएं क्लच कैरी करना नहीं भूलतीं. डिज़ाइनर क्लच में स़िर्फ एक लिपस्टिक और घर की चाभी रखने की जगह होती है, यहां तक कि उसमें मोबाइल रखना भी मुश्किल हो जाता है, लेकिन फिर भी बाहर जाते व़क्त वो इसे ले जाना नहीं भूलतीं. जहां तक बात लास्ट टचअप की है तो कार से उतरने से पहले वो भी ज़रूरी है. बाल संवारकर, लिपस्टिक, पाउडर तो लगा लेंगी, लेकिन क्लच में जगह न होने की वजह से कंघी, टिश्यू पेपर, पाउडर और मेकअप का दूसरा सामान या तो कार के डैशबोर्ड पर छोड़ देंगी या पति की ट्राउज़र में रख देंगी, लेकिन क्लच ज़रूर कैरी करेंगी.
8. बड़ा हैंडबैग टांगकर चलना
छोटे हैंडबैग से कभी किसी महिला की ज़रूरत पूरी नहीं हो सकती. जब तक वो बड़ा हैंडबैग कैरी ना करें, तब तक उन्हें अधूरा-सा लगता है. महिलाओं के हैंडबैग के भीतर कभी झांक कर देखा जाए तो लगता है कि इसके अंदर उनका पूरा संसार समाया हुआ है, लेकिन पुरुषों के मन में हमेशा ये सवाल रहता है कि क्या वाक़ई उन्हें इतने बड़े हैंडबैग की ज़रूरत होती है.
9. हाथ-पैर के नाख़ूनों के लिए अलग लोशन
ड्रेेसिंग टेबल पर फेस क्रीम, बॉडी लोशन जैसी तमाम चीज़ों की भरमार होती है, लेकिन बॉडी केयर प्रॉडक्ट्स के बीच में हाथ-पैर के नाख़ूनों के लिए अलग से क्रीम और लोशन भी महिलाओं की खास ज़रूरत बन गया है. जितना ख़याल चेहरे और बालों का रखा जाता है, उतनी ही केयर हाथों और पैरों की भी की जाती है. वैसे बॉडी लोशन तो पूरी बॉडी पर लगाने के काम आता है, तो क्या हाथों और पैरों के लिए अलग से क्रीम ख़रीदने की ज़रूरत है? ये बात पुरुष अभी तक नहीं समझ पाए हैं.
10. ज़रूरत से ज़्यादा साफ़-सफ़ाई
वैसे तो हर किसी को साफ़-सफ़ाई पसंद होती है. घर में चीज़ें यदि सही ढंग से सही जगह पर रखी हों, सब कुछ साफ़-सुथरा हो, तो घर देखने में अच्छा लगता है, लेकिन कई औरतों के सिर पर दिनभर साफ़-सफ़ाई का भूत सवार रहता है. उनकी ये आदत पुरुषों को बिल्कुल पसंद नहीं आती. दो-चार घंटे घर के कामों के लिए ठीक हैं, पर दिनभर उसी में उलझे रहना उन्हें बेवकूफी लगती है.
11. किचन में क्रॉकरी की भरमार
क्रॉकरी और कटलरी में औरतों की बहुत दिलचस्पी होती है. किचन की ख़ूबसूरती बढ़ाने के लिए वो हमेशा मार्केट में नई क्रॉकरीज़ और कटलरी की तलाश में जुटी रहती हैं. हर हफ़्ते या महीने किचन में नई क्रॉकरी नज़र आती हैं. बर्तनों और चम्मचों की यह भीड़ मर्दों को कनफ्यूज़ कर देती है कि खाना खाने के लिए आख़िर किस प्लेट और चम्मच का इस्तेमाल किया जाए.
12. कपड़े बदलने की आदत
महिलाएं हमेशा नए लुक में दिखना चाहती हैं. घर में रहें चाहे बाहर, कपड़े बदल-बदल कर पहनना उन्हें अच्छा लगता है. उनका बस चले तो वह सुबह, दोपहर, शाम, रात और देर रात दिन में कम से कम पांच बार कपड़े बदलें, लेकिन बजट और कपड़े रखने के लिए जगह की कमी के चलते वो अपनी इस आदत पर रोज़ अमल नहीं कर सकतीं.
13. हां और ना की उलझन
पत्नियां वैसे तो हर चीज़ में पतियों की हां चाहती हैं. वो सोचती हैं कि उनकी हर बात पर बिना कुछ पूछे पति हामी भर दें, पति से ना सुनना उन्हें पसंद नहीं होता. कई बार तो वो हां को ना और ना को हां समझ लेती हैं. ऐसे में मर्द औरतों के इस लॉजिक को समझ नहीं पाते और उलझ जाते हैं.
14. शॉपिंग की आदत
औरतों की इस आदत के आगे दुनिया के हर मर्द ने घुटने टेक दिए हैं. कुछ महिलाएं तो शॉपिंग की ऐसी दीवानी होती हैं कि कोई भी मौक़ा गंवाना नहीं चाहतीं. झोला उठाए वो रोज़ मार्केट पहुंच जाती हैं. बजट बिगड़ने का डर भी उन्हें अपनी आदत पर अमल करने से नहीं रोकता. मर्दों का फर्ज़ स़िर्फ पैसे देने तक ही सीमित हो जाता है. इससे ज़्यादा वो कुछ नहीं करना चाहते, क्योंकि वो जानते हैं कि महिलाओं की शॉपिंग की आदत को छुड़ाना नामुमक़िन है.
15. गॉसिप की लत
ऐसा नहीं है कि स़िर्फ महिलाएं ही गॉसिप करती हैं, पुरुषों की भी गॉसिप में दिलचस्पी होती है, लेकिन महिलाओं की तरह उन्हें इसकी लत नहीं होती. 100 में 95 महिलाओं को गॉसिप करना अच्छा लगता है. दिन हो या रात, चौबीसों घंटे, सातों दिन वो गॉसिप में व्यस्त रहती हैं, कोई कुछ भी कहे उन्हें फ़र्क़ नहीं पड़ता. गॉसिप के लिए उनके पास टॉपिक्स की भी कमी नहीं रहती. उनकी ये आदत कई पीढ़ियों से चली आ रही है. महिलाओं की गॉसिप की आदत मर्दों के लिए पहेली बनी हुई है.
16. टेक्स्ट मैसेज करने की आदत
पत्नी के मैसेज से कई पति परेशान रहते हैं. ऑफिस में काम के दौरान आने वाले मैसेज उनके लिए मुसीबत बन जाते हैं, जैसे- आप कब आओगे?, आपने लंच किया?, ऑफिस से निकले या नहीं?, रात के खाने में क्या बनाऊं..? ऐसे तमाम टेक्स्ट मैसेज पतियों को चिढ़ा देते हैं. ऐसे मैसेज देखकर वो स्पीचलेस हो जाते हैं और उनका जवाब देने के लिए उनके पास शब्द नहीं रहते.
17. खाऊं या ना खाऊं की उलझन
फिगर भी मेन्टेन रखना है, लेकिन हर चीज़ का स्वाद भी लेना है. वज़न नहीं बढ़ाना है, पर चॉकलेट और केक के लिए मन भी ललचा रहा है. महिलाओं की इस उलझन को दो तरी़के से सुलझाया जा सकता है, या तो वो इन्हें खाकर ख़ुश रहें या फिर बिना खाए ख़ुश रहें, मगर दोनों चीज़ें एक साथ नहीं हो सकतीं, महिलाएं इस बात को नहीं समझतीं. उनका ये दोतरफ़ा नज़रिया पुरुषों को पसंद नहीं आता.
18. तेज़ आवाज़ में बोलना
महिलाओं का चीखना-चिल्लाना मर्दों के लिए सिरदर्द बन जाता है. भले ही पति कितने ही पास बैठे हों, लेकिन कोई भी बात शांति से करने की बजाय तेज़ आवाज़ में करना कुछ महिलाओं की आदत-सी बन जाती है. बिना चीखे-चिल्लाए मानो वो कुछ कह ही नहीं सकतीं.
19. फोटो खिंचवाने की आदत
महिलाएं फोटो खिंचवाने के लिए हमेशा एक पैर पर खड़ी रहती हैं. बस, कोई कैमरा लेकर उनके सामने खड़ा हो जाए. अलग-अलग पोज़ देते हुए अगर उन्हें कोई देख ले, तो ऐसा लगता है मानो उनके अंदर छिपी मॉडल जाग गई हो. वहीं पुरुषों को फोटो खिंचवाने में ख़ास दिलचस्पी नहीं होती. अगर बेचारे तैयार हो भी जाएं, तो चेहरे पर नेचुरल स्माइल लाना उनके लिए मुश्किल हो जाता है, पर महिलाओं के साथ ऐसा नहीं होता.
20. क्रॉस-चेक करने की आदत
खोद-खोदकर सवाल पूछने की महिलाओं की आदत पुरुषों को कतई पसंद नहीं आती. अगर उन्हें इस बात का शक़ हो जाए कि पति उनसे कुछ छुपा रहे हैं, तो वो उन्हें इतना परेशान कर देती हैं कि पति को सब कुछ बताना ही पड़ता है. भले ही पति चिढ़ जाएं, नाराज़ हो जाएं, लेकिन वो पूछ-पूछकर उन्हें इरिटेट करती रहती हैं.
21. पेट में कोई बात न पचना
महिलाएं हर बात शेयर करने की जल्दी में रहती हैं. यहां कोई बात हुई नहीं कि वहां अपनी महिला दोस्त से उसे शेयर करने के लिए वो बेताब हो जाती हैं. आम शब्दों में कहा जाए तो कोई बात उनके पेट में पचती नहीं है. परिवार की बात हो, आस-पड़ोस की, ऑफिस की या फिर पति-पत्नी के बीच की कोई बात, हर बात वो अपनी जिगरी दोस्त से शेयर करने से नहीं हिचकिचातीं.
22. लास्ट मिनट तक बिज़ी रहना
कहीं जाना हो या घर में गेस्ट आने वाले हों, महिलाएं सुबह से तैयारी में जुटी रहती हैं, मगर दिनभर काम में लगे रहने के बाद भी उनकी तैयारियां पूरी नहीं होतीं. मेहमान आने के कुछ मिनट पहले तक तैयारियां चलती रहती हैं. ऐसा क्यों होता है? पुरुष समझ नहीं पाते.
23. बातचीत बंद करने की आदत
महिलाएं बातूनी होती हैं. बातें करना, सवाल पूछना उनकी आदत में शुमार है, लेकिन कई बार ऐसा होता है कि उनकी ज़ुबान सिल जाती है, वो चुप्पी साध लेती हैं. आमतौर पर जब वो नाराज़ होती हैं तब बातचीत करना बंद कर देती हैं, कुछ नहीं बोलतीं. अपनी चुप्पी को ही नाराज़गी का हथियार बना लेती हैं. महिलाओं का यह अंदाज़ पुरुषों को रास नहीं आता. उनकी इस आदत से उन्हें डर भी लगता है और वो इस मौन व्रत को तोड़ने में जुट जाते हैं.
प्यार जताने के तरी़के
अपनी भावनाएं ज़ाहिर करने के लिए अक्सर महिलाएं लव सिम्बल्स का सहारा लेती हैं. सीधे-सीधे कुछ कहने की बजाय इशारों में प्यार जताती हैं. उनकी इस आदत में मर्दों को बचपना नज़र आता है. पुरुष मैच्योर व्यवहार करने में यक़ीन करते हैं. उन्हें सीधी बात करना पसंद है, लेकिन महिलाओं को घुमा-फिराकर बात करने की आदत होती है.