चॉकलेट
इसे सेक्स किलर फूड भी कहते हैं, क्योंकि इसमें ऐसे कंपाउंड्स मिक्स होते हैं, जो सेक्स लाइफ को प्रभावित करते हैं. हालांकि इसे प्यार, उत्साह और रोमांस का प्रतीक मानते हैं, लेकिन एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह टेस्टोस्टेरॉन के लेवल को कम करता है.कॉफी
कॉफी का एक कप आपके मूड को फ्रेश तो करता है, लेकिन इसका बुरा असर आपकी सेक्स लाइफ पर पड़ता है. यह जितनी जल्दी थकान को दूर करती है, उतनी ही जल्दी सेक्स क्षमता को भी कम करती है. अधिक मात्रा में कॉफी का सेवन करने पर एड्रेनल ग्लैंड्स को नुक़सान होता है, जिससे तनाव बढ़ानेवाले हार्मोंस का उत्पादन होता है. यदि एड्रेनल ग्लैंड्स सुचारू रूप से काम नहीं करता है, तो धीरे-धीरे सेक्स हार्मोंस प्रभावित होने लगते हैं. ये भी पढें: सेक्स का राशि कनेक्शनः जानें किस राशिवाले कितने रोमांटिक?तेल
घटिया क्वालिटी के तेल और प्रोसेस्ड वेजीटेबल ऑयल का सेवन करने से फैट्स बढ़ता है, जो शरीर को एक्टिव नहीं रहने देता और सेक्स लाइफ के दौरान उत्तेजना को भी कम करता है. घटिया क्वालिटी के तेल का इस्तेमाल करने से कंसीव करने में प्रॉब्लम होती है. इसी तरह से डायटरी फैट्स भी अनेक प्रकार के होते है. इनमें से कुछ फैट्स फ़ायदेमंद होते हैं और कुछ फैट्स को नज़रअंदाज़ करना चाहिए, जो सेक्स एनर्जी को कम करते हैं.सोयाबीन
यह सेहत के लिए बहुत फ़ायदेमंद होता है, लेकिन सेक्स लाइफ में रुकावट पैदा करता है. शाकाहारी लोगों के लिए मीट की जगह सोयाबीन बेस्ट ऑप्शन है, लेकिन सोयाबीन में मौजूद फोटोएस्ट्रोजन पुरुषों के सेक्स हार्मोंस में बदलाव लाता है, जिससे सेक्स इच्छा में कमी आती है.पुदीना (मिंट)
मिंट या मिंट बेस्ड प्रोडक्ट्स न केवल माउथफ्रेशनर का काम करते हैं, बल्कि भोजन को पचाने का काम भी करते हैं. मिंट का लगातार सेवन करने से सेक्सुअल डिज़ायर में कमी आती है, साथ ही यह सेक्स ड्राइव को भी शांत करता है. इसीलिए माउथफ्रेशनर के तौर पर मिंट की जगह अन्य हर्ब का इस्तेमाल करें.पनीर (डेयरी प्रोडक्ट)
इसमें विटामिन और प्रोटीन प्रचुर मात्रा में होता है, लेकिन बाज़ार में मिलनेवाले इस डेयरी प्रोडक्ट में प्राकृतिक तत्व नहीं होते है, जो सेक्स क्षमता को प्रभावित करते हैं. बाज़ार में मिलनेवाले इस डेयरी प्रोडक्ट में एस्ट्रोजन, टेस्टोस्टेरॉन और प्रोजेस्टेरॉन होते हैं, जो हार्मोंस के उत्पादन को प्रभावित करने के साथ-साथ शरीर में टॉक्सिन्स को बढ़ाते हैं. इन टॉक्सिन्स से यौन रोग होने की संभावना होती है.फ्राइड और जंक फूड
फ्रेंच फ्राइज़, प़िज़्ज़ा और बर्गर को रोमांस किलर फूड कहते हैं. इनमें मिश्रित हाइड्रोजेनटेड फैट्स टेस्टोस्टेरॉन के स्तर को कम करते हैं, जिसके कारण पुरुषों में शुक्राणुओं का उत्पादन असामान्य होता है और उनकी गुणवत्ता भी अच्छी नहीं होती. अगर आप अपने पार्टनर को रोमांटिक डेट पर ले जा रहे हैं, तो फास्ट फूड का सेवन न करें, विशेष रूप से तब जब कंसीव करने की प्लानिंग कर रहे हों.मीट
इसमें प्रोटीन और जिंक नहीं होता, साथ ही कोलेस्ट्रॉल और वसा की मात्रा भी बहुत अधिक होती है, जो ब्लड सर्कुलेशन और सेक्सुअल लाइफ को स्लो करता है. भोजन में मीट का सेवन करने से सेक्सुअल डिज़ायर में कमी आती है, इसीलिए सेक्सुअल रिलेशन बनाने से पहले भोजन में मीट न खाएं.एमएसजी
मोनोसोडियम ग्लूटामेट का इस्तेमाल भोजन में स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है. इसका अधिकतर प्रयोग डिब्बाबंद खाद्य पदार्थों में किया जाता है, ताकि उनका स्वाद बना रहे. मेडिकल एक्सपर्ट्स के अनुसार, खाने में एमएसजी का अधिक उपयोग करने पर कार्डियोवैस्कुलर और डिप्रेशन संबंधी समस्याएं होती हैं और डिप्रेशन बढ़ने पर सेक्सुअल डिज़ायर कम होने लगती है. ये भी पढें: 7 Unbelievable सेक्स एटीकेट्स, जो आपकी रिश्ते को बनाएंगे सुपर रोमांटिकऐरिएटेड ड्रिंक्स
द न्यू इंग्लैंड जनरल ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, शुगर स्वीटेन्ड बे्रवरेज (चीनी मिश्रित पेय ड्रिंक्स) का सेवन करने से वज़न बढ़ना और डायबिटीज़ जैसी बीमारियां होती हैं, इसके अतिरिक्त मीठे जहर (जिन ऐरिएटेड ड्रिंक्स में शुगर बहुत अधिक मात्रा में हो) का सेवन करने से डेंटलकैवेटीज़, मोटापा, डीहाइड्रेशन और हड्डियों का कमज़ोर होना जैसी समस्याएं होती हैं इन सब बीमारियों के कारण भी सेक्सुअल डिज़ायर कम होती है.अल्कोहलिक ड्रिंक्स
इनका लगातार सेवन करने से शरीर में सेक्स हार्मोन प्रभावित होता है और सेक्स पावर कम होने लगती है. शोधों से भी यह साबित हुआ है कि अधिक मात्रा में अल्कोहल का सेवन करनेवाले पुरुषों में टेस्टोस्टेरॉन का स्तर कम होता है, जिसका असर उनकी सेक्स लाइफ पर पड़ता है.- पूनम शर्मा
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