हर किसी की ख़्वाहिश रहती है कि वह स्वस्थ रहें और फिट रहें. इसके लिए योग, प्राणायाम, हेल्दी लाइफस्टाइल काफ़ी मायने रखती है. इसी के साथ ऐसे कई सरल वास्तु उपाय भी हैं, जिन्हें आज़माकर और करके मन को भी स्वस्थ किया जा सकता है. मन स्वस्थ है, तो अप्रत्यक्ष रूप से प्रत्येक व्यक्ति का तन भी स्वस्थ हो ही जाता है. दरअसल, तन-मन एक-दूसरे के पूरक हैं. यहां पर हम वास्तु विशेषज्ञ डॉ. रविराज अहिरराव से इसी तरह के कुछ बातों के बारे में जानेंगे, जिससे हमारा मन स्वस्थ हो. साथ ही सकारात्मक विचार रहे, इनका वायब्रेशन हमारे तन-मन और घर पर फैले तथा सुखी जीवन हम जी सकें. ये वास्तु ट्रिक्स भावनात्मक रूप से स्वस्थ रहने में हमारी मदद कर सकते हैं. तो आइए जानते हैं उन वास्तु टिप्स के बारे में, जिससे हम एक हेल्दी लाइफस्टाइल जी सकते हैं. वैसे भी कोविड-19 के कारण इस महामारी के दौर में सकारात्मक सोच और स्वस्थ मन का होना भी बहुत ज़रूरी हो गया है.
- सबसे बुनियादी और सरल चीज़ घर की सफ़ाई करना और अव्यवस्था को दूर करना. घर में अव्यवस्था से सकारात्मक ऊर्जा का चारों ओर प्रवाहित होना मुश्किल हो जाता है और घर में नकारात्मक ऊर्जा का वातावरण बनता है. इसलिए घर को हमेशा साफ़-सुथरा रखें.
- फ़र्श को साफ़ करते समय पानी में चुटकीभर समुद्री नमक डालें (गुरुवार को छोड़कर). इस उपाय से घर की नकारात्मक ऊर्जा नष्ट होती है.
- अगर पति-पत्नी में किसी तरह का झगड़ा चल रहा है या किसी भी तरह की मानसिक अशांति का सामना करना पड़ रहा है, तो बिस्तर के कोने में सेंधा नमक का एक टुकड़ा रखने से नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाती है. साथ ही सेंधा नमक के टुकड़े को कुछ महीनों के बाद बदल दें.
- परिवार के मुखिया या परिवार के कमानेवाले को घर के दक्षिण-पश्चिम क्षेत्र में अपने सिर को दक्षिण की ओर करके सोना चाहिए. इससे अच्छी नींद आएगी, जिससे शरीर ऊर्जावान और स्वस्थ बनेगा.
- मानसिक शांति बनाए रखने के लिए दक्षिण-पश्चिम में एक पारिवारिक तस्वीर और घर की पश्चिम दिशा में परिवार के मुख्य जोड़े की एक तस्वीर लगाएं.
- उदासी और निराशा को दर्शानेवाली तस्वीरों से बचना चाहिए, क्योंकि वे निराशा और अवसाद के लिए ज़िम्मेदार होते हैं.
- गायत्री मंत्र, गणपति अथर्वशीर्षम जैसे मंत्रों का जाप, संबंधित कुलदेवी और कुलदेवता से प्रार्थना करने से व्यक्ति के मन में शांति और सकारात्मक ऊर्जा लाने में मदद मिलती है.
- विद्युत उपकरणों के माध्यम से मंत्र जप से आपके परिसर में सकारात्मक कंपन भी फैल सकता है, हालांकि स्वयं द्वारा किया गया जप सबसे शक्तिशाली है.
- घर में भगवान को शुद्ध घी के दीये जलाने के साथ अगरबत्ती, धुप, गुग्गुल जलाएं, घंटानाद और शंख बजाना चाहिए.
- परिवार और धर्म की परंपरा के अनुसार दिवंगत आत्माओं के लिए अनुष्ठान करना भी बहुत महत्वपूर्ण है.
- घर से वास्तु दोषों को दूर करने के लिए कैम्फर क्रिस्टल अच्छा माना जाता हैं. अगर आपको ऐसा लगता है कि आपका कोई काम अटक रहा है या आपकी योजना के अनुसार चीज़ें नहीं चल रही हैं, तो घर पर दो कपूर के गोले या क्रिस्टल रखें और जब वे सिकुड़ जाएं, तो उन्हें बदल दें. आप अपनी स्थिति में तेजी से बदलाव देखेंगे. कपूर जलाना भी एक महत्वपूर्ण उपाय है.
अच्छी तरह से भोजन करना और एक अच्छी जीवनशैली महत्वपूर्ण है, लेकिन हमें उपरोक्त सुझावों का भी अभ्यास करना चाहिए. ये हमारे शरीर को एनभंडार को बनाने में मदद करेंगे. ये वास्तु टिप्स हमारे शरीर के भीतर सकारात्मक कंपन पैदा करेंगे और घर के भीतर सकारात्मक कंपन का भी प्रसार करेंगे. यह अंततः हमारी प्रतिरक्षा में सुधार करने में मदद कर सकता है, जो फिट रहने के लिए सबसे ज़रूरी है.
वास्तु शास्त्र के बारे में…
भारतीय मूल का आध्यात्मिक विज्ञान, वास्तुशास्त्र, निर्माण का एक विज्ञान है, जो मानव जीवन और प्रकृति के बीच संतुलन को संतुलित करता है. पांच मूल तत्व (अंतरिक्ष, वायु, अग्नि, जल और पृथ्वी), आठ दिशाएं (उत्तर, उत्तर-पूर्व, पूर्व, दक्षिण-पूर्व, दक्षिण, दक्षिण-पश्चिम, पश्चिम, उत्तर-पश्चिम)..
विद्युत- पृथ्वी की चुंबकीय और गुरुत्वाकर्षण बल, ग्रहों से और साथ ही वायुमंडल से निकलनेवाली ब्रह्मांडीय ऊर्जा मानव जीवन पर इसके प्रभाव को यानी इन सभी बातों को वास्तु शास्त्र में ध्यान में रखा जाता है.
- ऊषा गुप्ता
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