- हर रोज़ भोजन के बाद दो संतरा खाने से पेट के भारीपन, अपच व वायु विकार से छुटकारा मिलता है.
- खाली पेट संतरे के रस में हल्का नमक मिलाकर नियमित सेवन करने से बरसों पुराना कब्ज़ भी दूर हो जाता है.
- पेटदर्द होने पर आधे कप संतरे के रस में थोड़ी-सी भुनी हुई हींग मिलाकर पीएं. तुरंत लाभ होगा.
- एक कप संतरे के रस में चुटकीभर काला नमक और थोड़ी-सी मिर्च मिलाकर पीने से तुरंत लाभ पहुंचता है. पुराने अजीर्ण में कुछ दिन इसका नियमित रूप से सेवन करें. अजीर्ण जड़ से समाप्त हो जाएगा.
- आधे कप संतरे के रस में थोड़ा-सा शहद डालकर पीएं. गर्भवती स्त्रियों को होनेवाली उल्टी में यह विशेष रूप से लाभकारी है.
- संतरे के रस में अंगूर का रस मिलाकर पीने से बच्चों को सूखा रोग में लाभ पहुंचता है.
- इंफ्लूएंजा में आधा कप संतरे का रस दिन में तीन बार पीएं. आराम मिलेगा.
- ठंडी तासीर होने की वजह से गर्मियों में होनेवाले दस्त में संतरे के रस का सेवन फ़ायदा पहुंचाता है.
- संतरा एसीडीटी की रामबाण औषधि है. संतरे के रस को थोड़े भुने हुए जीरे तथा सेंधा नमक के साथ सेवन करने से एसीडीटी से होनेवाली बीमारियां दूर हो जाती हैं, जैसे-खट्टी डकार, छाती में जलन आदि.
- यदि जीभ का स्वाद बिगड़ गया हो तथा भोजन से अरुचि हो गई हो, तो भोजन के तुरंत बाद एक संतरा रोज़ खाएं. यह भोजन को पचाने में मदद करता है तथा किसी भी प्रकार का विकार नहीं होने देता.
- यदि हाथ-पैर में दर्द-ऐंठन होती हो, तो एक ग्लास संतरे का रस पीने से आराम मिलता है.
- वंशज बडोनी
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