स्कूल के बाद ट्यूशन, फिर अन्य एक्टिविटीज़... क्लासेस... रोज़ाना बच्चों के इस टाइट शेड्यूल के कारण यदि आप भी उनके साथ समय नहीं बिता पातीं, तो इस समर वेकेशन में बच्चों को किसी क्लासेस में भेजने की बजाय उनके साथ ख़ुद समय बिताएं और उन्हें घर बैठे नई-नई चीज़ें भी सिखाएं. समर वेकेशन में आप बच्चों को क्या सिखा सकती हैं? चलिए, हम बताते हैं.
स्विमिंग, सिंगिंग, पेंटिंग से लेकर डांस जैसी एक्टिविटीज़ सिखाने के लिए तमाम क्लासेस हैं, लेकिन कुछ चीज़ें ऐसी भी हैं, जिन्हें सिखाने के लिए आपको अपने लाड़ले/लाड़ली को कहीं दूर भेजने की ज़रूरत नहीं है, आप ख़ुद घर बैठे ही उन्हें ये चीज़ें सिखा सकती हैं.
सिखाएं कुकिंग की एबीसी
खाने में सौ नखरे दिखाने वाले अपने बच्चे को इस समर वेकेशन में कुकिंग की एबीसी सिखाएं, ताकि खाना बनाने के साथ-साथ वो बिना ना-नुकुर किए हर तरह की डिश खाना भी सीख जाएं. कुकिंग की शुरुआत बेसिक चीज़ों से करें, जैसे- पहले सब्ज़ी धोना, काटना आदि सिखाएं. उसके बाद आसानी से बनने वाली रेसिपीज़ की ट्रेनिंग दें, जैसे- सलाद, सैंडविच, शरबत आदि. इससे बच्चा छुट्टियों में नई कला भी सीख जाएगा और कुकिंग में आपका हाथ भी बटाएगा.
सिखाएं सेविंग ट्रिक्स
आज आप अपने बच्चे की सारी ज़रूरतें पूरी कर सकती हैं, क्योंकि आपने बचत की अहमियत को जानकर सही समय पर सेविंग की है. तो क्यों न अपनी ये अच्छी आदत बच्चे को भी सिखाएं, ताकि बड़े होने पर वो भी आपकी तरह सुपर सेवर बन सके. इसके लिए ज़्यादा कुछ करने की ज़रूरत नहीं. बस सब्ज़ी, ग्रोसरी आदि की शॉपिंग के लिए जाते व़क्त बच्चे को भी साथ ले जाएं. हर चीज़ की क़ीमत बताने के साथ ही किस तरह बार्गेनिंग (मोलभाव) करके या थोक में चीज़ें ख़रीदकर पैसे की बचत की जा सकती है, उसे ये भी समझाएं.
दें क्लीनिंग ट्रेनिंग
स्कूल से आकर सोफे पर वॉटर बॉटल तो बेड पर कपड़े निकालकर फेंकने वाले अपने लाडले/लाडली को इस बार छुट्टियों में साफ़-सफ़ाई की भी ट्रेनिंग दें, जैसे आप यदि घर की सफ़ाई कर रही हैं, तो बच्चे को फर्नीचर पोंछने को कहें. कपड़े तह करके अपनी अलमारी में रखना सिखाएं. इसी तरह घर की बाकी चीज़ों को भी सही तरी़के से रखने को कहें. इससे बच्चा ख़ुद भी साफ़-सफ़ाई की ओर ध्यान देने लगेगा, जिससे साफ़-सफ़ाई में आपका ज़्यादा व़क्त बर्बाद नहीं होगा.
प्लांटेशन
अपनी बगिया में सजे पौधों की देखभाल भले ही रोज़ाना आप करती हों, लेकिन समर वेकेशन में उनकी देखभाल की ज़िम्मेदारी अपने बच्चे को सौंप दें. सुबह-शाम पौधों को पानी देने के साथ ही उसे पौधों की कटाई-छंटाई और नए बीज बोना भी सिखाएं. यक़ीन मानिए, आपके लाडले/लाडली को इस काम में बहुत मज़ा आएगा. बच्चे को प्रकृति से जोड़ने का इससे बेहतरीन विकल्प और कोई नहीं हो सकता.
एक्सरसाइज़/योगा ट्रेनिंग
ख़ुद को फिट रखने के लिए आप जिस तरह बिना आलस किए रोज़ाना योगा या एक्सरसाइज़ करती हैं, ठीक उसी तरह बच्चे को भी हेल्दी रखने के लिए एक्सरसाइज़/योगा की ट्रेनिंग दें. इसके लिए बच्चे को सुबह जल्दी उठाएं और अपने साथ मॉर्निंग वॉक पर ले जाएं. ऐसा करने से बच्चा फिट रहेगा और एनर्जेटिक महसूस करेगा. साथ ही बड़े होने पर भी उसमें एक्सरसाइज़ की आदत बनी रहेगी.
न्यूज़पेपर रीडिंग
अक्सर बच्चे पैरेंट्स की नकल करने के लिए अख़बार पढ़ने की ऐक्टिंग करते हैं. उनके इस खेल को और दिलचस्प बनाने के लिए उन्हें न्यूज़पेपर रीडिंग की आदत सिखाई जा सकती है. इसके लिए रोज़ सुबह न्यूज़ पेपर पढ़ते समय बच्चे को भी अपने साथ बिठाएं और उसे बुलंद आवाज़ में अख़बार पढ़ने को कहें. साथ ही न्यूज़ पेपर की वर्ग पहेली हल करने को कहें. इससे बच्चे की दिलचस्पी बढ़ेगी और वो रोज़ अख़बार पढ़ने लगेगा.
नई भाषा सिखाएं
छुट्टियों में आप बच्चे को नई या वो भाषा सिखा सकती हैं, जिसमें वो कमज़ोर है, जैसे आपका बच्चा यदि हिंदी में कमज़ोर है, तो उसे हिंदी सिखाएं, अगर उसकी इंग्लिश कमज़ोर है, तो इंग्लिश सिखाएं. आप उसे फॉरेन लैंग्वेज भी सिखा सकती हैं. ऐसा करने से भाषा पर बच्चे की पकड़ मज़बूत होगी. साथ ही बच्चा जो भाषा सीख रहा है, उससे उसी भाषा में बात करें. इससे बच्चा जल्दी ही वो भाषा सीख जाएगा.
स्पोर्ट्स ट्रेनिंग
अगर आप या आपके पार्टनर इनडोर या आउटडोर गेम्स का शौक़ रखते हैं और आपके लाडले/लाडली की दिलचस्पी भी उस खेल में है, तो आप उसे समर वेकेशन में उसकी ट्रेनिंग दे सकती हैं, जैसे क्रिकेट, टेनिस, चेस आदि. इससे बच्चे का मनोरंजन भी हो जाएगा और वो एक नया खेल भी सीख जाएगा. हो सकता है, आगे चलकर वो इसी क्षेत्र में करियर बनाए.
स्टोरी टेलिंग
लगभग सभी बच्चे कहानी सुनना पसंद करते हैं, लेकिन उनके मुंह से कहानी सुनने का अलग ही मज़ा है. अतः इस समर वेकेशन में बच्चे को कहानियां सुनाने के साथ ही उसे भी कहानी सुनाने को कहें. यदि उसे कहानी का विषय न सूझे, तो इसमें उसकी सहायता करें. इससे बच्चे की काल्पनिक शक्ति बढ़ेगी और उसकी रचनात्मक सोच का भी विस्तार होगा.
डायरी राइटिंग
सारे बच्चे पढ़ाई से दूर भागें ये ज़रूरी नहीं, कुछ बच्चों की पढ़ाई-लिखाई में अधिक रुचि होती है. यदि आपके बच्चे की रुचि भी पढ़ाई में अधिक है, तो आप उसे क्रिएटिव राइटिंग सिखा सकती हैं. इसके लिए आपको उसे स़िर्फ आइडियाज़ देने की ज़रूरत है, जैसे उसे समर डायरी बनाने को कहें और रोज़ाना सुबह उठने के बाद से लेकर रात को सोने तक उसने जो कुछ भी किया है, उसे डायरी में लिखने कहें.
बच्चे को कोई भी नई चीज़ प्यार से सिखाएं और जब वो उसे दोहराए, तो उसकी तारीफ़ करें. इससे उसका मनोबल बढ़ेगा और वो नई चीज़ों को जल्दी सीख जाएगा. चाहें तो आप उसे तोहफ़ा भी दे सकती हैं.