विटामिन सी से भरपूर नाशपाती वज़न कम करने में मददगार है. नाशपाती में अधिक मात्रा में फाइबर पाया जाता है, जो शरीर में कोलेस्ट्रोल की मात्रा को कम करता है और हार्ट अटैक से भी बचाता है. यह पौष्टिकता से भरपूर फल है और इसे रोज़ाना डाइट में शामिल करके आप अपने शरीर की प्रतिरोधक क्षमता आसानी से बढ़ा सकते हैं. नाशपाती मधुर, रसीली अम्लीय गुणोंवाली, ठंडे तासिर की, वात-पित्त को कम करती है. यह स्पर्म काउन्ट और क्वालिटी को बढ़ाने में भी सहायक है. यह पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में मदद करती है. कैंसर, त्वचा की समस्या, आंखों आदि के लिए उपयोगी है. स्किन प्रॉब्लम और कई तरह की बीमारियों को ठीक करने के लिए भी नाशपाती का उपयोग औषधि के रुप में किया जाता है. यह अतिसार या दस्त में लाभदायक है. इन सभी फ़ायदों को देखते हुए हर रोज़ नाशपाती ज़रूर खाना चाहिए.
घरेलू नुस्खे़
- यदि सिरदर्द हो, तो एक ग्लास नाशपाती के रस में शक्कर, बेलगिरि चूर्ण, बेर चूर्ण, सेंधा नमक, कालीमिर्च पाउडर और भुना हुआ जीरा मिलाकर पिएं. इस जूस को पीने से सिरदर्द दूर होने के अलावा यूरिन करते समय होनेवाली जलन या दर्द, रक्त की उल्टी तथा खाने में अरुचि जैसे समस्याओं में भी काफ़ी लाभ होता है.
- आंखों में जलन या दर्द जैसे किसी भी तरह की तकलीफ़ हो, तो नाशपाती को पीसकर आंखों के बाहर चारों तरफ़ लगाने से आराम मिलता है.
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- नाशपाती का सेवन करने से यकृत व प्लीहा संबंधी बीमारियों के अलावा पाचनतंत्र संबंधी समस्या भी दूर होती है. ये फेफड़े के बीमारी में भी फ़ायदेमंद होता है, इसलिए हर रोज़ नाशपाती खाना सेहत के लिए फ़ायदेमंद होता है.
- डाइजेस्टिव टैक्ट में सूजन या इंफेक्शन होने पर पेट में सूजन हो जाता है, जिसके कारण बदहजमी, एसिडिटी जैसी समस्याएं होने लगती है. ऐसे में दो टेबलस्पून नाशपाती के जूस में 500 मि. ग्रा. पिप्पली चूर्ण मिलाकर पीने से अपच की समस्या से निजात मिलता है और भूख भी अच्छी तरह से लगती है.
- नाशपाती के मुरब्बे में 250 मि. ग्रा. नागकेशर चूर्ण मिलाकर सेवन करने से बवासीर की परेशानी से छुटकारा मिलता है.
- किडनी में स्टोन हो, तो 2 टेबलस्पून नाशपाती के रस को सुबह-शाम भोजन के पहले सेवन करने से स्टोन टूट-टूटकर निकल जाता है.
- चेहरे पर दाग़-धब्बे या झांइयां हों, तो इसे नाशपाती के पौधे के रस से इसे ठीक किया जा सकता है. इसके रस से मेलानिन का बनना नियंत्रित होता है, जिसके कारण दाग़-धब्बे का होना कम हो जाता है.
- यदि सांप काट लें, तो नाशपाती के पत्तों को पीसकर पिलाने से जिस जगह पर काटा है, उस जगह का विषाक्त प्रभाव कम होता है.
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- नाशपाती के सेवन से प्रेग्नेंट महिलाओं को कई प्रकार की बीमारियों से सुरक्षा मिलती है. इसके अलावा नाशपाती में उपलब्ध फॉलिक एसिड के कारण बच्चे को जन्म लेते समय कई प्रकार के दोषों से भी मुक्ति मिलती है.
सुपर टिप
नाशपाती के पत्तों को पीसकर त्वचा पर लगाने से त्वचा संबंधी समस्याएं दूर होती हैं और घाव पर लगाने से घाव जल्दी भरता है.
- ऊषा गुप्ता
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